इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले है इसलिए काग्रेंस पहले ही चुनाव को लेकर तैयारी शुरु कर चुकी है। कांग्रेस आलाकमान ने बीते दिनों गहलोत और पायलट के बीच चल रहे मतभेद को खत्म करने के लिए दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया था और उनसे बातचीत की थी। इस दौरान खरगे राहुल गांधी भी वहां मौजूद थे। इसी तरह मतभेद को खत्म करने के लिए आज फिर काग्रेस ने दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया था। कांग्रेस की इस मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, मु्ख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा सहित कई नेता शामिल हुए ।
हम सबका एक ही गुट है -पायलट
सूत्रों के मुताबिक पायलट ने मीटिंग में कहा कि हम सबका एक ही गुट है वो राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे गुट है। वहीं शीर्ष नेताओं ने गहलोत सरकार की तारीफ की लेकिन दलित उत्पीड़न के मामलों में कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा। प्रदेश कांग्रेस के सभी नेताओं ने कहा कि आलाकमान जो भी फैसला करें वो मंजूर होगा।
बैठक में एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया
वहीं केसी वेणुगोपाल ने कहा बैठक में सीएम और पीसीसी चीफ समेत राजस्थान कांग्रेस के 29 नेता शामिल हुए। सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि कांग्रेस राजस्थान चुनाव जीत सकती है। बशर्ते राजस्थान कांग्रेस में एकजुटता हो। आज सभी नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है ।
बैठक में सचिन पायलट की मांग
इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उप -मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच के विवाद को सुलझाने की बात की गई क्योंकि पायलट ने अपनी ‘जन संघर्ष यात्रा’ के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांग रखी थीं। इनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग आरपीएससी का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की उच्च स्तरीय जांच शामिल थी। ये सभी मांग सचिन पायलट की तरफ से की गई थी।