राजस्थान में सियासी हलचल खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। सोनिया गांधी एक तरफ राहुल से मिलकर इस पूरे मामले को सुलझाने में लगी हुई है। वही, दूसरी तरफ सचिन पायलट भी अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे कि वो गहलोत गुट में सेंध मार सके। इसी क्रम में पायलट ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। जिसके बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है।
पायलट और मंत्री की मुलाकात काफी अहम
दरअसल, राजस्थान में अभी जो कुछ भी हो रहा है, उसके बाद पायलट और मंत्री के मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। जबकि अब गहलोत गुट के मंत्री खाचरियावास ने भी इस मुलाकात के बाद अब सुर-ताल बदल लिए है। अपनी इस मुलाकात के बारे में खाचरियावास ने बताया कि ,’ मेरा और उनका मिलना कोई नई बात नहीं है। हम दोनों विधानसभा में एक ही सीट पर बैठते है। हाँ, हम काफी समय बाद मिले, लेकिन कुछ खास चर्चा नहीं हुई है। ‘
पायलट जब चाहे घर आ सकते है : मंत्री
वही, खाचरियावास ने आगे कहा,’वो मेरे घर आएंगे तो हम उनसे बात नहीं करेंगे क्या ? या भजन-कीर्तन करेंगे। नहीं न। हमने भी बात की है। लेकिन, वो बताने लायक नहीं है। वो पार्टी के बड़े नेताओं में से एक है। जब चाहे घर आ सकते है। ‘ बता दें, मंत्री ने अपने पायलट के मुलाकात पर ज्यादा कुछ भी नहीं कहा है, जबकि पायलट की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
खाचरियावास ने पायलट के फैसले का किया था विरोध
हम आपको बता दें, अशोक गहलोत गुट के मंत्री खाचरियावास कभी सचिन पायलट के खास हुआ करते थे, लेकिन जब सचिन ने साल 2020 में 18 विधायकों के साथ बगावत किया था तो खाचरियावास ने उनसे दुरी बना ली थी और उनके फैसले का विरोध भी किया था। अब खाचरियावास को गहलोत का खास माना जाता है, लेकिन पायलट ने उनसे मुलाकात करके नए अटकलों को जन्म दे दिया है।