पंजाब के मोहाली में गैंगवार की वारदात को अंजाम दिया गया है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इसमें विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिद्दुखेरा की मौत हो गई। विक्की यूथ अकाली दल के प्रधान थे। वहीं पुलिस ने भी अपराध के परिणामस्वरूप गैंगवार की प्रबल संभावना से इनकार नहीं किया।
सेक्टर 71 में चार हथियारबंद लोगों ने विक्की को करीब 10 गोलियां मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। वीडियो में पीड़ित मौके से भागते नजर आ रहे हैं, तभी दो लोगों ने उन पर फायरिंग कर दी। हमलावर पीड़ित के वाहन के पास खड़ी कार में इंतजार कर रहे थे।
जैसे ही पीड़ित एक पॉश बाजार में एक प्रॉपर्टी कंस्लटेंट के कार्यालय से बाहर आए और अपनी एसयूवी में बैठने वाले थे, तभी हमलावरों ने उन पर गोली चला दी। पीड़ित गाड़ी से उतरे और खुद को गोलियों से बचाने के लिए दौड़ने लगे। हमलावरों ने एक निश्चित दूरी तक उनका पीछा किया।
हमले के बाद पीड़ित को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। विक्की एक छात्र नेता थे और कभी चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय (एसओपीयू) के छात्र संगठन के अध्यक्ष रह चुके थे। बाद में, वह शिरोमणि अकाली दल के छात्र विंग – स्टूडेंट ऑगेर्नाइजेशन ऑफ इंडिया (एसओआई) में शामिल हो गए।