लुधियाना-बटाला : भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती पंजाब के शहर बटाला के निकटवर्ती गांव रायचक्क का 37 वर्षीय जवान पलविन्द्र सिंह जोकि भारतीय सेना की 10 सिख बटालियन में हवलदार के तौर पर सेवा निभा रहा था कि बीते दिन जम्मू-कश्मीर के शहर श्री नगर से पच्चास किलो मीटर दूर खन्नोंवाल में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया था। पलविंद्र की आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान गर्दन में गोली लगी थी।
शहीद पलविन्द्र सिंह का शव तिरंगे लिपटा हुआ बुधवार को उनके पेतृक गांव लाया गया जहां नम आँखों तथा भारत माता की जय के जयघोषों तथा शहीद पलविन्द्र सिंह अमर रहे, पकिस्तान मुर्दाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारों में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस अवसर पर सैंकड़ों की संख्या में लोग शहीद की शव यात्रा में शामिल हुए तथा शहीद को नम आँखों से विदाई दी। इस अवसर पर शहीद हवलदार पलविन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए रिश्तेदारों के अलावा पंजाब सरकार की और से ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजेन्द्र सिंह बाजवा, शहीद परिवार सुरक्षा समिति के अध्यक्ष कुंवर प्रताप सिंह विक्की, एसएसपी बटाला उपिन्द्रजीत सिंह घुम्मण के अलावा सैन्य अधिकारी व जवान उपस्थित थे।
शहीद पलविन्द्र सिंह का पार्थिक शरीर तिरंगे में लिपटा प्रात: जब गांव रायचक्क की दहलीज पर पहुंचा तो पूरे गांव में मातम छा गया, गांव की ही धूल-मिटटी में पढ़-लिखकर बड़े हुए गांव के लाल को शहादत के उपरांत सैलूट करने आसपास के दर्जनों गांवों के लोग उमड़े हुए थे। यहां तक कि मंगलवार की शाम को जैसे ही पलविन्द्र सिंह के शहीद होने की खबर गांव पहुंची तो पूरा गांव मातम में डूब गया था और ज्यादातर घरों में चूल्हे तक नहीं जले। शमशान घाट में भारतीय सेना के जवानों ने हथियार उल्टे करके अपने साथी को शोक सलामी भेंट की। जबकि इससे पहले शहीद की मां ने स्वयं आगे बढक़र अपने जिगर के लाल की अर्थी को भी कंधा दिया। शहीद के पिता ने कहा कि उसके बेटे ने देश की खातिर जान कुर्बान करने का मेरा सपना पूरा किया हालांकि मैं स्वयं भी सीमा सुरक्षाबल में सेवाएं निभा चुका हूं और देश पर कुर्बान होने का सपना मेरा था। उन्होंने रोते हुए यह भी कहा कि बेटे का जहान से चले जाने आ उन्हें कभी ना पूरा होने वाला नुकसान है परंतु उन्हें गर्व है कि उनका बेटा भारत माँ के लिए शहीद हुआ है।
इस अवसर पर पंजाब सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री तृप्तराजेन्द्र सिंह बाजवा समेत सेना के अधिकारियों एवं जवानों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। पुलिस विभाग की ओर से एसएसपी बटाला उपिन्द्रजीत सिंह घुम्मण, जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम बटाला रोहित गुप्ता, समेत अन्य ने भी शहीद की चिता पर पुष्प चढ़ाकर शहीद को श्रद्धांजलि भेंट की। इस अवसर पर शहीद की पत्नी पलविन्द्र कौर, पिता संतोख सिंह,माता सुरजीत कौर एवं चार वर्षीय बेटे सिमणदीप सिंह, बेटी सजिहदीप कौर ने भी शहीद पलविन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि दी। शहीद की चिता को मखाग्रि उनके पिता संतोख सिंह व बेटे ने संयुक्त तौर पर दी।
इस अवसर पर शहीद के परिवार से दु:ख व्यक्त करते हुए कैबेटन मंत्री तृप्त राजेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि शहीद पलविन्द्र सिंह की शहादत पर गर्व है एवं पूरे देश को अपने सपूत की बहादूरी पर नाज है जिसने देश की एकता एवं अखंडता के लिए अपने आप को कुर्बान कर दिया उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार शहीद के परिवार की हर तरह से सहायता करेगी तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस अवसर पर शहीद के पिता संतोख सिंह एवं माता सुरजीत कौर ने कहा कि उनको अपने सपुत्र की शहादत पर फखर है। शहीद की पत्नी ने कहा कि उसे अपने पति के जाने पर जहां गम है वहां उनकी शहादत पर गर्व है। लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
– सुनीलराय कामरेड