लुधियाना-फाजिलका : अरूणाचल प्रदेश में डयूटी के दौरान एक घटित हादसे में शहीद हुए पंजाब के सीमावर्ती जिले फाजिलका के सैनिक लेखराज की मृत देह को उनके पैतृक गांव छजराना में लाया गया, जहां हजारों सजल आंखों ने सरकारी और सैनय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी।
इस अवसर पर भारतीय फौज के अधिकारियों के अतिरिक्त सियासी नेताओं ने शहीद लेखराज को याद करते हुए उनके पारिवारिक सदस्यों की मौजूदगी में श्रद्धांजलि दी। स्मरण रहे कि शहीद लेखराज भारतीय सेना की 332वी बटालियन में डीएमटीसी और अरूणाचल प्रदेश की भारत -चीन सरहद पर तैनात था।
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक फाजिलका के गांव छजराना कालेखराज 7 साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुआ था और अगले 3 महीनों बाद उसकी शादी होने वाली थी और वह कुछ दिन पहले ही अरूणाचल प्रदेश में डयूटी के दौरान पहाड़ खिसकने के कारण उसके मलबे के नीचे आकर शहीद हो गया। आज तिरंगे में लिपटी उसकी मृत देह को श्रद्धांजलि देने हेतु आसपास के दर्जनों गांवों के लोग आए हुए थे। अंतिम क्रियाओं के दौरान शहीद के पार्थिव देह को सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी गई।
लेखराज के पिता ओमप्रकाश के मुताबिक उसका बेटा देश के काम आया, यह उनके लिए गर्व की बात है। मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने सरकार से मांग की है कि उनके पारिवारिक सदस्यों में से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाएं। जबकि गांववासियों ने स्पष्ट किया कि शहीद लेखराज की स्मृति में एक यादगारी गेट बनाया जाएं ।
– सुनीलराय कामरेड