लुधियाना-पटियाला : पटियाला की केंद्रीय जेल में नजरबंद, फांसी का इंतजार कर रहे भाई बलवंत सिंह राजोवाना अपनी रिहाई को लेकर पिछले तीन दिनों से अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल पर बैठे है और इसी कारण उनका साढ़े तीन किलो भार कम हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक उच्च स्तरीय डॉक्टरों की टीम प्रतिदिन उनका चैकअप कर रही है। जबकि राजोवाना द्वारा की गई भूख हड़ताल अनिश्चियकाल के लिए जारी रहेंगी जब तक उनकी उचित मांगों को मान नही लिया जाता और इसकी जानकारी उनकी बहन किरनजीत द्वारा दी गई है।
दूसरी ओर इसी संबंध में आज शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल एसजीपीसी प्रधान जत्थेदार भाई गोबिंद सिंह लोगोंवाल की अध्यक्षता में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करके पटियाला की जेल में सजा काट रहे बलवंत सिंह राजोवाना की फांसी की सजा माफ किए जाने की अपील का जल्द निपटारा किए जाने की मांग की।
श्री राजनाथ सिंह को मिले प्रतिनिधिमंडल ने भाई लोंगोवाल के अतिरिक्त शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ आगु और राज्यसभा सदस्य स. सुखदेव सिंह ढींढसा, श्री आनंदपुर साहिब के सांसद सदस्य प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सांसद स. बलजिंद्र सिंह भुंदड़ और पूर्व सांसद स. तरलोचन सिंह समेत स. रंजीत सिंह ब्रहमपुरा शामिल थे।
शिरेामणि कमेटी के प्रवक्ता दलजीत सिंह बेदी ने अमृतसर से जारी प्रैस विज्ञप्ति में उक्त मुलाकात का हवाला देते हुए बताया कि गृहमंत्री से प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात सदभावना भरे माहौल में संपन्न हुई। बेदी के मुताबिक कमेटी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी समस्त बातों को बड़ी गंभीरता से सुना और उन्हें भरोसा दिया है कि वह सौहादर्यपूर्ण राष्ट्रपति से भाई राजोवाना के फांसी के मामले को उठाएंगे और अपनी तरफ से हरसंभव मदद करेंगे।
शिरोमणि कमेटी के प्रवक्ता के मुताबिक शिरोमणि कमेटी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल द्वारा सौंपे गए एक पत्र के जरिए राजनाथ सिंह को बताया गया है कि भाई बलवंत सिंह राजोवाना की फांसी की सजा माफी संबंधित शिरोमणि कमेटी द्वारा 25 मार्च 2012 को तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के पास अपील की गई थी। यह अपील शिरोमणि कमेटी के उस समय के प्रधान जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ द्वारा की गई थी। इस पश्चात प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर की अध्यक्षता में भी एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल देश के पिछले राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी को भी मिने थे।
लोंगोवाल ने श्री राजनाथ सिंह को याद दिलाया कि श्री अमृतसर में उनसे हुई मुलाकात के वक्त भाई राजोवाना की सजा का मामला हल करने संबंधित पत्र सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि राजोवाना पिछले 21 सालो से जेल में नजरबंद है और यह सिख जगत की भावनाओं से जुड़ा होने का मामला होने के कारण जल्द ही हल करने की मांग करता है। इसलिए सिख भावनाओं की कद्र करते हुए शिरेामणि कमेटी की अपील पर जल्द फैसला किया जाएं।
– सुनीलराय कामरेड