अमेरिका में एफबीआई ने पंजाब में ग्रेनेड हमले के मास्टरमाइंड और ISIS के करीबी हैप्पी पासिया को गिरफ्तार कर लिया है। हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया ने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया था और बर्नर फोन का इस्तेमाल कर रहा था। एनआईए ने चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में उसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। पंजाब में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी हरप्रीत सिंह को एफबीआई और ईआरओ ने सैक्रामेंटो में गिरफ्तार किया।
26/11 मुंबई हमले का आतंकी तहुव्वर राणा के भारत प्रत्पर्ण के बाद भगोड़े मेहुल चोकसी पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब अमेरिका में रहकर पंजाब में ग्रेनड हमले करवाने वाला गैंगस्टर और ISIS का करीबी हैप्पी पासिया को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि हैप्पी पासिया का असली नाम हरप्रीत सिंह है और वह दो अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों से जुड़ा हुआ है और अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया है। एफबीआई सैक्रामेंटो ने कहा कि भारत के पंजाब में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी हरप्रीत सिंह को एफबीआई और ईआरओ ने सैक्रामेंटो में गिरफ्तार किया। दो अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों से जुड़ा हुआ, उसने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया और पकड़ से बचने के लिए बर्नर फोन का इस्तेमाल किया।
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पंजाब पुलिस के एक सेवानिवृत्त अधिकारी पर था निशाना
23 मार्च को, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2024 चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकवादी संगठन के चार आतंकी गुर्गों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। आरोप-पत्र में शामिल आरोपियों में पाकिस्तान स्थित नामित व्यक्तिगत आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और अमेरिका स्थित हैप्पी पासिया पर आरोप लगे थे। ये दोनों आतंकवादी हमले के पीछे मास्टरमाइंड और साजिशकर्ता थे। उन्होंने ग्रेनेड हमले को अंजाम देने के लिए चंडीगढ़ में गुर्गों को रसद सहायता, आतंकी फंड, हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराया था। बता दें कि सितंबर 2024 के हमले का उद्देश्य पंजाब पुलिस के एक सेवानिवृत्त अधिकारी को निशाना बनाना था।
NIA ने दायर किया आरोपपत्र
चंडीगढ़ की विशेष NIA अदालत के सामने दायर आरोपपत्र में आरसी15/2024/एनआईए/डीएलआई मामले में, सभी चार आरोपियों पर हमले की योजना बनाने और उसका समर्थन करने में उनकी भूमिका के लिए गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और अन्य संबंधित प्रावधानों की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। मामले की जांच जारी है और एनआईए बीकेआई आतंकी समूह के अन्य सदस्यों का पता लगाने और भारत में इसके नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश कर रही है।