लुधियाना : पंजाब में सिलसिलेवार हुई 7 धार्मिक आगुओं के कत्ल के मामले में जांच कर रही नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम इन हत्याओं में नामजद रमनदीप सिंह उर्फ रमन कनेडियन को दिल्ली की तिहाड़ जेल से भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई इनके अतिरिक्त एनआइए आरोपी हरदीप सिंह शेरा, रमनदीप सिंह बगगा, जगतार सिंह जोहल, धर्मेंद्र गुगनी, अमनेंद्र सिंह, मनप्रीत सिंह, अनिल कुमार काला, रविपाल, परवेज मलूक समेत पहाड़ सिंह को भी लेकर आई इन सब को एनआइए की टीम ने पहले मोहाली स्थित स्पैशल कोर्ट में पेश किया था, जहां अदालत ने रमनदीप सिंह उर्फ रमन कनेडियन को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा, एनआइए ने अदालत को बताया कि रमनदीप बगगा से कई स्थानों की निशानदेही करनी है जबकि बचाव पक्ष के वकील जसपाल सिंह मझपुरा ने खुलकर विरोध किया।
वहां से बाकी आरोपियों को तिहाड़ जेल भेजा गया जबकि रमन कनेडियन को एनआइए की टीम भारी पुलिस सुरक्षा में देर शाम को लुधियाना लेकर पहुंची, जहां रमन का मेडिकल हुआ और उसके बाद पूछताछ के लिए सीआइए-1 के अंदर ले जाया गया।
सूत्रों से पता चला है कि एनआइए की टीम रमन कनेडियन से लुधियाना के बसती जोधेवाल की गगनदीप कालोनी में रहने वाले आरएसएस के नेता रविंद्र गोसाई के मर्डर केस में पूछताछ के लिए क्राइम सीन री-क्रीएट करने ले जा सकती है, ताकि उस दिन के हुए कत्ल की पूरी जानकारी हासिल की जा सके।
दरअसल सन 2016-17 के बीच जालंधर में आरएसएस नेता सेवानिवृत ब्रिगेेडियर जगदीश गगनेजा, नामधारी समुदाय के सतगुरू जगजीत सिंह की धर्मपत्नी माता चांद कौर, हिंदू नेता अमित शर्मा, खन्ना में शिव सेना नेता दुर्गा गुप्ता और लुधियाना में आरएसएस नेता रविंद्र गोसाई सहित 7 सिलसिलेवार हत्याएं हुई थी, तब आरोपियों से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि समस्त घटनाएं विदेशों में बैठे आतंकियों के इशारों पर हुई थी ताकि पंजाब के माहौल को खराब किया जा सकें। इसके बाद पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार से इस मामले की जांच एनआइए को करने के लिए आवेदन किया था और केंद्र सरकार के आदेश पर एनआइए की टीम जांच के लिए आज लुधियाना पहुंची।
– सुनीलराय कामरेड