अमृतसर के गांव घन्नुपुर में छाया मातम, एक साथ जली आधा दर्जन चिताएं - Punjab Kesari
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अमृतसर के गांव घन्नुपुर में छाया मातम, एक साथ जली आधा दर्जन चिताएं

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लुधियाना- अमृतसर : सीमावर्ती जिले अमृतसर के गांव घन्नुपुर में पिछले हफते सिलेंडर फटने के कारण दर्जनों छोटे-छोटे मासूम बच्चों के शारीरिक अंग क्षत-विक्षप्त हो जाने का दर्द गांववासी अभी भुले ही नहीं थे कि अब इसी गांव के 9 नौजवान जो मंगलकामना के लिए मनीकरण साहिब और आनंदपुर साहिब की यात्रा पर गए थे वे सभी इनोवा गाड़ी समेत हिमाचल प्रदेश की एक खडड में गिर जाने के कारण मौत की आगोश में समा गए। मरने वालों में 7 नौजवानों की मौत मौके पर ही हो गई जबकि 2 गंभीर जख्मी है, जिनमें से एक की बाद में मौत हो गई।

मृतकों की उम्र 18 से 36 साल के बीच बताई जा रही है। आसपास के दर्जनों गांवों में मातम का माहौल छाया है। मृतकों की पहचान 2 संगे भाई जिनमें 30 वर्षीय जसबीर सिंह और 36 वर्षीय गुरविंद्र सिंह- पुत्र सतनाम सिंह, जबकि 28 वर्षीय मनदीप सिंह- पुत्र लाभ सिंह, 28 वर्षीय कंवलजीत सिंह-पुत्र जसवंत सिंह राजासांसी और 18 वर्षीय कंवलजीत सिंह- पुत्र मनजीत सिंह, 32 वर्षीय दविंद्र सिंह- पुत्र कुलदीप सिंह, 18 वर्षीय बलजीत सिंह बब्बू-पुत्र मेला सिंह, 20 वर्षीय लवप्रीत सिंह-पुत्र महिंद्र सिंह के रूप में हुई है।

जानकारी के मुताबिक होली के दिन यह सभी नौजवान एक निजी वाहन द्वारा कुल्लू जिले के मनीकरण स्थित सिखों के प्रसिद्ध स्थल गुरूद्वारा साहिब में प्रार्थना कर अमृतसर वापिस आ रहे थे कि अचानक 9.30 बजे पहाड़ी के तीखे मोड़ पर संतुलन खो जाने से स्वारघाट पर ये हादसे का शिकार हो गए। मृतकों में 6 लोग गांव घन्नुपुर काले के रहने वाले जबकि दो अन्य में एक शख्स गांव बोपाराय और राजासांसी का रहने वाला था। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। मृतक के रिश्तेदार राजिंद्र सिंह ने बताया कि यह सभी मनीकरण में माथा टेकने के लिए हंसते-खेलते रवाना हुए थे, उन्हें क्या मालूम था कि वे अब वापिस जिंदा नहीं लौटेेंगे। गमगीन माहौल में आज 8 में से 6 लोगों की चिताएं गांव की शमशान भूमि में अरदास के उपरांत एक साथ जली तो मौजूद हर शख्स की आंखें नम थी। मृतकों में से एक की बुजुर्ग मां ने रोते हुए बताया कि एक रात पहले उनकी अपने बच्चों के साथ बात हुई थी, किंतु उसे क्या मालूम था कि यह बात आखिरी हो सकती है।

इस हादसे की सूचना पाते ही कई सियासी नेता और प्रशासनिक अधिकारी गांववासियों के साथ मृतकों के वारिसों के साथ संवेदनाएं प्रकट करने हेतु उपस्थित हुए। अमृतसर के डिप्टी मेयर रमन बख्शी का कहना है कि मृतकों के परिजनों में से एक सदस्य को नौकरी के साथ-साथ आर्थिक सहायता दी जाएंगी।

– सुनीलराय कामरेड

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