एसजीपीसी प्रधान लौंगोवाल मांगे माफी, अन्यथा करवाएंगे केस दर्ज - Punjab Kesari
Girl in a jacket

एसजीपीसी प्रधान लौंगोवाल मांगे माफी, अन्यथा करवाएंगे केस दर्ज

NULL

लुधियाना-जालंधर : सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल पर गुरबाणी के गलत उच्चारण और तोड़-मरोड़ कर पेश करने के आरोप लगते ही सिख संगत में भारी रोष है। सोशल मीडिया पर एसजीपीसी अध्यक्ष की वीडियो वायरल से सिख संगत की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सिख प्रचारक बलजीत सिंह दादूवाल ने एसजीपीसी प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल को डेरा सिरसा प्रमुख राम रहीम का शिष्य करार दिया। उन्होंने कहा कि लिफाफों में से निकाले जाने वाले जत्थेदार और शिरोमणि कमेटी प्रधान लिफाफे बाजी वाली ही बातें करते है। दादूवाल ने भी लौंगोवाल द्वारा गुरबाणी की पंक्तियों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के मामले को दुर्भागयपूर्ण कहा। उन्होंने कहा कि लौंगोवाल के प्रधान बनने के अवसर पर यह बात कही थी कि बादल ने सिख रवायतों और शिरोमणि कमेटी का अंतिम क्रियाकर्म पहले किया है।

उन्होंने यह भी कहा कि जिस इंसान को बाणी नहीं आती उसे सिखों की सर्वोच्च संस्था का प्रधान बनाया गया है। उन्होंने कहा कि वोटें हासिल करने के लिए डेरा प्रमुख के आगे घुटने टेकने वाले राम रहीम के शिष्य शिरोमणि कमेटी को कैसे चला सकते है? दादूवाल ने यह भी कहा कि लौंगोवाल को प्रधान बनाना सिख धर्म को खत्म करने और शिरोमणि संस्थाओं को खत्म करने की बहुत बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी के प्रधान लौंगोवाल को अपनी गलती के लिए पूरी सिख कौम से माफी मांगनी चाहिए, अगर वह माफी नहीं मांगते तो सिंह साहिबान इस बारे में फैसला करेंगे।

उधर सतकार कमेटी का कहना है कि लौंगोवाल ने 21 जनवरी को श्री गुरूनानक देव जी के प्रकाश पर्व पर धर्म प्रचार लहर के दौरान आसाजी की वारको तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो में आयोजित धार्मिक समागम में गुरबाणी का गलत उच्चारण किया था। संगत में पनपे रोष के बावजूद उन्होने कोई क्षमा नही मांगी। स. सुखजीत सिंह खोसा ने यह भी कहा कि इसकी शिकायत जालंधर के एसएसपी को दी गई है। उन्होंने कहा कि धारा 295 ए के तहत कार्यवाही होनी चाहिए, अगर लौंगोवाल ने अचानक गलती की है तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए परंतु इतने दिन बीत जाने के बावजूद ऐसा कुछ नहीं हुआ। खोसा ने यह भी कहा कि इसके लिए पुलिस को शिकायत देकर एक्शन लेने की मांग की गई है, अगर पुलिस ने ऐसा ना किया तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाकर पर्चा दर्ज करवाएंगे।

– सुनीलराय कामरेड

अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक  करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

16 − 14 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।