लुधियाना- गुरदासपुर : पंजाब कांग्रेस के प्रधान और गुरदासपुर लोक सभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने कहा कि स्वर्ण सलारिया को अपना नामांकन पत्र दाखि़ल करने के अवसर पर उनके विरूद्ध बलातकार केस संबंधी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए थी। श्रेत्र में चुनाव मुहिम के दौरान रैलियों एवं मीटिंगों दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुये श्री जाखड़ ने कहा कि लोग अब कोई भी फ़ैसला सभी पक्ष विचारने के बाद लेते हैं जो हमारे संस्कृति के ताने -बाने का अहम हिस्सा है।
श्री जाखड़ ने इस से पहले एक मीटिंग को संबोधन करते हुए कहा कि ऐसे बुरे कारनामों में शामिल लोगों को पंजाबियों आगे जवाबदेह होना पड़ेगा क्योंकि ऐसे नेताओं से पंजाबियों के गौरवमयी संस्कृति को क्षति पहुंच रही है। श्री जाखड़ ने लोगों को अपनी वोट सूझ-समझ से डालने का आह्वान करते हुये कहा कि किसी भी संस्था के लिए ऐसे अनैतिक किरदारों वाले लोगों को ना चुना जाये। श्री जाखड़ ने दुख के साथ कहा कि गत् कुछ दिनों में शर्मनाक वीडियो वायरल होने से लोग अब सभी राजनीतिज्ञों को घृणा की नजऱ के साथ देखने लग पड़े हैं।
सलारिया को एक बार फिर बहस की चुनौती देते हुये श्री जाखड़ ने बार एसोसिएशन की मीटिंग दौरान बताया कि वास्तव में भाजपा उम्मीदवार इसलिए बहस से भाग रहा है क्योंकि न तो उस के पास गुरदासपुर के विकास संबंधी कोई योजना है और न ही उसको क्षेत्र से संबंधित मसलों बारे कुछ पता है। श्री जाखड़ ने कहा कि सलारिया को बहस के लिए आगे आना चाहिए ताकि लोग इस बात का फ़ैसला कर सकें कि संसद में उन की प्रतिनिधिता करने वाला सही नेता कौन है।
श्री जाखड़ जिनके साथ तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और पार्टी विधायक भी उपस्थित थे, ने कहा कि पंजाब में और यहां तक कि समूचे देश में बेरोजग़ारी एक बड़ा मसला बना हुआ है। देश के चोटी के उद्योगपतियों की आय में 26 प्रतिशत की बढ़ौतरी होने का जि़क्र करते श्री जाखड़ ने कहा कि नौजवानों को रोजग़ार देने के किये वायदे को पूरा करने की जगह मोदी सरकार बड़े उद्योगपतियों की जेबें भरने में व्यस्त हुई है जबकि देश का अर्थव्यवस्था तबाह की जा रही है। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ़ जी.एस.टी. लगाने के फ़ैसले से बुरी तरह प्रभावित हुये छोटे कारोबारी और व्यापारी प्रधानमंत्री से बहुत ज़्यादा खफ़़ा हैं।
पंजाब की औद्योगिक स्थिति पर चिंता ज़ाहिर करते श्री जाखड़ ने पुरानी उद्योग को पुन: सृजित करने और नये औद्योगिक यूनिट स्थापित करने पर ज़ोर देते हुये कहा कि इससे आर्थिकता मज़बूत होने के साथ-साथ रोजग़ार के अवसर भ्भी पैदा होंगे। पंजाब कांग्रेस के प्रधान ने कहा कि सुखबीर बादल निवेश लाने के दिखावे अधीन प्रत्येक वर्ष एन.आर.आई. सम्मेलन करवाते रहे थे परन्तु निवेश न हुआ और उन्होंने सम्मेलनों पर सिफऱ् सरकारी पैसा ही लुटाया ।
श्री जाखड़ ने कहा कि दूसरी तरफ़ कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब में उद्योग को पुन: सृजित करने के लिए कई बड़े ऐलान किये हैं। 1500 करोड़ रुपए के बजट उपबंध के इलावा मुख्य मंत्री ने ट्रांसपोर्ट माफिया ख़त्म करने और बिजली की दर तय करने जैसे कदम उठाए हैं। श्री जाखड़ ने कहा कि नयी औद्योगिक नीति जल्दी ही लागू की जा रही है जिससे उद्योग के पुन: सुदृढ होने का रास्ता खुलेगा।
कांग्रेस के मुकाबले अकाली -भाजपा गठजोड के काम करने के ढंग का जि़क्र करते श्री जाखड़ ने कहा कि जब वह पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ तत्कालीन प्रधान मंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह को मिले थे तो प्रधान मंत्री ने सूबे में क्षतिग्रस्त फ़सल का मुआवज़ा देने में एक मिनट भी नहीं लगाया था। उन्होंने कहा कि डा. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यू.पी.ए. सरकार ने कभी भी पंजाब के साथ सौतेली मां वाला सलूक नहीं किया जबकि एन.डी.ए. सरकार की तरफ से आरंभ से ही यह रवैया इख्तियार किया हुआ है।
मोदी की तरफ से हर फ्रंट पर नाकाम रहने की खिल्ली उडाते हुये श्री जाखड़ ने कहा कि प्रधान मंत्री की गरीब विरोधी और सांप्रदायिक नीतियों से देश का सामाजिक ताना-बाना तबाह हो रहा है और निवेशकारों की तरफ से हाथ पीछे खींच लेने से विकास को चोट लगी है।
– सुनीलराय कामरेड