शिअद प्रमुख ने पंजाब के मुकेरियां में अवैध रेत खनन का आरोप लगाया - Punjab Kesari
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शिअद प्रमुख ने पंजाब के मुकेरियां में अवैध रेत खनन का आरोप लगाया

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को आरोप लगाया कि पंजाब में होशियारपुर जिले

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को आरोप लगाया कि पंजाब में होशियारपुर जिले के मुकेरियां में अवैध रेत खनन किया जा रहा है।
हालांकि, बादल के आरोपों पर राज्य के मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इन आरोपों को खोई हुई राजनीतिक जमीन हासिल करने का हताशा भरा प्रयास करार दिया।
बादल ने मुकेरियां का औचक दौरा किया और वहां पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि अवैध रेत खनन के पीछे कुछ अधिकारियों और कांग्रेस नेताओं के बीच सांठगांठ है।
बादल ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और खनन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया से उन नियमों का खुलासा करने के लिए कहा, जो 200 फुट तक रेत की खुदाई की अनुमति देते हैं।
उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के कई गांवों के पास की भूमि माफिया ने पुलिस और अधिकारियों की मिलीभगत से बर्बाद किया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि रेत माफिया वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए गहरे गड्ढे खोद रहे हैं।
सुखबीर ने कहा, ‘इस तरह की चालबाजी शिअद को उनका पर्दाफाश करने से नहीं रोक सकती।’
उन्होंने कहा कि भले ही यहां 10 से अधिक गांवों को माफियाओं ने तबाह कर दिया हो, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया, “आज भी स्थानीय पुलिस ने अवैध खनिकों को यात्रा के बारे में पहले से सूचित करके उनकी मदद की ताकि वे भाग सकें। माफिया इतने बेशर्म हैं कि उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए खाई खोद दी कि हम उस जगह तक न पहुंचें, जहां अवैध खनन किया जा रहा है। उन्होंने ‘कच्ची’ सड़क को खोदकर क्षेत्र से हमारे बाहर निकलने को रोकने की भी कोशिश की।”
बादल ने यह भी आरोप लगाया कि खनन माफिया द्वारा ट्रक चालकों से प्रति ट्रक 10,000 रुपये का ‘गुंडा टैक्स’ लिया जा रहा है।
बादल ने एक ट्वीट में कहा, “खनन माफिया की स्तब्ध करने वाली स्थिति। ब्यास के बाद मुकेरियां गया और पहली बार देखा कि कैसे माफिया ने 200 फुट तक रेत निकाली है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और मंत्री सरकारिया को पंजाबियों को बताना चाहिए कि कौन सा कानून 200 फुट तक रेत निकालने की अनुमति देता है? आधिकारिक तौर पर यह सीमा केवल 10 फुट है।”
उन्होंने कहा, “दो दिन पहले जब हमने ब्यास में अवैध खनन का पर्दाफाश किया, तो खनन सचिव ने इसे सही ठहराया। मैं इंतजार कर रहा हूं कि सरकार मुकेरियां में अवैध गतिविधि को कैसे जायज ठहराएगी। हम मुकदमों से नहीं डरते। कांग्रेस सरकार मेरे खिलाफ 10 मामले दर्ज कर सकती है लेकिन मैं पंजाबियों के हितों की रक्षा करना जारी रखूंगा।
बाद में, यहां जारी एक बयान में, खनन मंत्री सुखबिंदर सरकारिया ने बादल पर खोई हुई राजनीतिक जमीन हासिल करने के लिए हताश प्रयास करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि होशियारपुर जिले में बादल ने जिन स्थलों का दौरा किया, उनकी नीलामी पूर्व शिअद-भाजपा सरकार में की गई थी।
मंत्री ने दावा किया कि कुछ लोगों द्वारा अवैध खनन जारी रखने के कई प्रयास किए गए लेकिन विभाग ने भारी जुर्माना लगाने के अलावा उनके खिलाफ तेजी से कार्रवाई की।
उन्होंने कहा कि पूरा पंजाब जानता है कि बालू माफिया शब्द की उत्पत्ति अकाली सरकार में हुई थी और अकालियों ने पंजाब को ‘लूटा’ था।
सरकारिया ने कहा कि बादल सिर्फ ‘राजनीतिक उद्देश्यों’ के लिए ‘निरर्थक’ दौरे कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता था कि खनन गतिविधियों में कांग्रेस सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई ‘पारदर्शिता’ आगामी विधानसभा चुनावों में एक मुद्दा बन जाएगी।
उन्होंने कहा कि बादल उन स्थलों पर जाकर पंजाब के लोगों को ‘गुमराह’ करने की कोशिश कर रहे हैं, जो अकाली शासन के दौरान आवंटित किए गए थे और खनन विभाग ने पहले ही ऐसे स्थलों पर कार्रवाई शुरू कर दी थी।
गौरतलब है कि 30 जून को शिअद प्रमुख ने अमृतसर में ब्यास नदी तट का दौरा किया था और तब भी इसी तरह के आरोप लगाए थे।
हालांकि तब, राज्य के खनन विभाग ने बादल के आरोपों को खारिज कर दिया था।

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