पंजाब के लुधियाना में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा की विडंबना के आरोपी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता गुरदीप सिंह गोशा के भाई की निर्मित इमारत नगर निगम ने तोड़ दी। वहीं गोशा की गिरफ्तारी के विरोध में आज वरिष्ठ अकाली नेता विक्रम सिंह मजीठिया की अगुवाई में जिला सचिवालय पर धरना दिया गया। निगम सूत्रों के अनुसार तीन मंजिला इमारत अवैध थी जबकि गोशा समर्थकों ने इसे ‘प्रतिशोध की कार्रवाई‘ करार दिया। गोशा के भाई ने दावा किया कि इमारत का नक्शा नगर निगम से पास कराया हुआ है।
दूसरी तरफ गिरफ्तारी के विरोध में शिअद कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। धरने में पूर्व मंत्री शरणजीत सिंह ढिल्लो समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। 1984 के सिक्ख विरोधी दंगों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर कल कालिख पोतने के मामले ने तूल पकड़ लिया है और जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से माफी मांगने और पार्टी से इस तरह की ‘घटिया‘ राजनीति से बाज आने की नसीहत दे डाली वहीं शिअद पूरी तरह से अपने कार्यकर्ताओं के बचाव में खड़ हो गई है।