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Punjab: नशा मुक्ति अभियान पर मंत्री बलबीर सिंह ने बठिंडा में विधायकों संग की चर्चा

बलबीर सिंह ने नशा मुक्ति अभियान पर बठिंडा में की चर्चा

पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने बठिंडा में विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नशा मुक्ति अभियान पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नशे के विरोध में पंजाब के लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। नशा करने वाले बच्चों को नशे से बाहर निकालने और रोजगार देने की रणनीति बनाई गई है।

भगवंत मान सरकार के सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने सोमवार को बठिंडा में रहे। उन्होंने यहां पर नशा मुक्ति अभियान के तहत विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग की। सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने कहा, “नशे के विरोध के युद्ध में आज पूरे पंजाब में लोगों का अच्‍छा समर्थन मिल रहा है, जिसके चलते मैं हर जगह पर पहुंचकर मीटिंग कर रहा हूं। इससे पहले सात जिलों में पहुंच चुका हूं। नशा करने वाले बच्चों को नशे से बाहर निकालने के लिए हमने एक रणनीति बनाई है। हम उन लोगों से नशा छुड़वाएंगे और साथ ही उन्हें रोजगार भी दिए जाएंगे, ताकि वो दोबारा नशे की लत में न फंसे।

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पंजाब में एनर्जी ड्रिंक के प्रति बढ़ते क्रेज पर बलवीर सिंह ने कहा, “पंजाब पहला स्टेट है जिसने हुक्का बार, ई सिगरेट बैन किया, अब एनर्जी ड्रिंक को स्कूलों में बंद किया है। मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मिला हूं और उनसे विनती की है कि कॉलेज में भी एनर्जी ड्रिंक बंद किया जाए। स्कूल-कॉलेज में जो इसे स्टोर करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यह सेहत के लिए हानिकारक है, इसको लेकर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। इसमें कैफीन और शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो दिमाग से लेकर दिल तक के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।

पंजाब सरकार के मंत्री एवं विधायकों के गांवों में हो रहे विरोध पर उन्होंने कहा, “कुछ किसान यूनियन हैं, जिनका अपना प्वाइंट ऑफ व्यू है। जब किसान दिल्ली में बैठे थे, तब दिल्ली में हमारी सरकार थी। केंद्र सरकार ने स्टेडियम की मांग की थी, जिसे अस्थाई जेल बनाना था, लेकिन तब हमने मना कर दिया था। 13 महीने तक उनके साथ बैठा था। मैं किसानों को मिलने के ल‍िए न्योता देता हूं। अपना मंत्रालय और विधायकी छोड़कर आपके साथ दिल्ली में बैठने के लिए तैयार हैं, जो भी लड़ाई लड़नी है, साथ में इकट्ठे लड़ेंगे।”

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