लुधियाना-अमृतसर : शिरोमणि अकाली दल (बादल) के प्रधान व सांसद सुखबीर सिंह बादल और उनकी धर्मपत्नी केंद्रीय मंत्री बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होकर अरदास की। दोनों मियां-बीवी ने श्री गुरू नानक देव जी के 550वें समारोह पर अलग स्टेज लगाए जाने पर एक बार फिर पंजाब सरकार को खरी-खोटियां सुनाई। श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होने के उपरांत दोनों ने कहा कि पंजाब सरकार अपने काम भूलकर शिरोमणि कमेटी के कामों में अडग़ा डाल रही है।
सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने मीडिया से बातचीत करते कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तीर्थ यात्रा योजना शुरू की थी, उसी तर्ज पर पंजाब सरकार श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान जाने के लिए पाक द्वारा रखी गई बीस डालर फीस अदा करे।
एसजीपीसी और पंजाब सरकार के बीच प्रकाश पर्व समारोह को लेकर चल रहे विवाद पर सुखबीर ने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि श्री अकाल तख्त से जो फैसला आया है या आएगा वही सभी को मान्य होगा, क्योंकि अकाल तख्त सिखों की सुप्रीम संस्था है। जत्थेदार साहिब द्वारा जो भी हुकुम सुनाया गया है वह हम सभी के लिए मान्य है।
सुखबीर ने सेवा सिंह सेखवा द्वारा की गई टिप्पणी पर कहा कि उनकी याददाश्त कमजोर हो गई है। पूर्व में हुए खालसा पंथ का स्थापना दिवस शिरोमणि कमेटी द्वारा ही करवाया गया था। उन्होंने कहा कि पाक जाने वाले पहले जत्थे में शामिल होने के लिए उन्होंने भी अप्लाई किया हुआ है। परमजीत सिंह सरना द्वारा ननकाना साहिब के लिए सजाए जा रहे नगर कीर्तन पर उन्होंने कहा कि हर रोज नगर कीर्तन आते है, उन्हें इस संबंधी कोई जानकारी नहीं है।
उधर, हरसिमरत कौर बादल ने भी श्रद्धालुओं की फीस पंजाब सरकार को अदा करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों की अवेहलना करते हुए अलग मंच लगाने जा रही है और इसके लिए सरकार को शर्म आनी चाहिए। इसके साथ बीबा बादल ने पड़ोसी मुलक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खां द्वारा श्री गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी बनाने के पहल कदम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा होता अगर पाकिस्तान सरकार लांघा पर किसी भी प्रकार का टैक्स ना लगाती।
– सुनीलराय कामरेड