लुधियाना-दसूहा : केरल के बहुचर्चित नन जबर-जनाह के मामले के गवाह रहे 62 वर्षीय फादर कुरिया घोष की आज दसूहा के सेंट कांवेंट स्कूल के प्रांगण स्थित फादर हाउस के एक कमरे से संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है। बताया जा रहा है कि फादर घोष ने पिछले दिन से स्वयं को कमरे में बंद करके रखा हुआ था और आज जब सेवादार ने उनके कमरे का दरवाजा तोड़ा तो वहां उसको उनकी लाश प्राप्त हुई।
हालांकि उनके मौत के कारणों का अभी तक कारण पता नहीं लग सका। स्मरण रहे कि फादर घोष सेंट पाल कांवेंट स्कूल के उप डायरेक्ट और कैथलिक चर्च के सहायक पादरी थे। उन्होंने इससे पहले यह दावा किया था कि जबर-जनाह मामले में दोषों का सामना कर रहे जालंधर के पूर्व बिशप फ्रेंको मुलकल द्वारा उनपर अत्याचार किए जा रहे थे। जबकि फादर कुरिया घोष की मौत को लेकर दसूहा के डीएसपी के आर शर्मा का कहना है कि जिस कमरे से लाश मिली है, वहां पर उन्होंने बैड पर उलटियां की हुई थी।
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डीएसपी ने यह भी बताया कि फादर के शरीर पर किसी भी प्रकार के चोटों के निशान नहीं मिले। उन्होंने कहा कि पुलिस के नोटिस में यह भी आया है कि जबर-जनाह मामले के मुख्य गवाह होने के बावजूद फादर को कोई भी सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गई थी। शर्मा ने कहा कि इस मामले की समस्त जांच की जा रही है।
आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ बयान देने वाले फादर स्कूल के परिसर में पिछले पंद्रह दिन से रह रहे थे। यहां उन्होंने सेंट पाल कान्वेंट स्कूल दसूहा में बतौर फादर कार्यभार संभाला था। कुरिया घोष के परिजनों मौत को संदिग्ध बताते हुए इसकी जांच की मांग की है। इस संबंध में परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। वहीं, बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर आरोप लगाने वाले दुष्कर्म पीड़िता नन के भाई ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है।
बताया जा रहा है कि कुरियाकोस रविवार रात को अपने कमरे में सोए हुए थे, लेकिन सोमवार सुबह जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकले तो आशंकित स्टाफ ने कमरे में जाकर देखा तो वह बेड पर पड़े थे। आवाज लगाने पर भी उन्होंने जब कोई जवाब नहीं दिया तो इसके बारे में स्कूल की प्रिंसिपल लिस्बत को जानकारी दी गई।
प्रिंसिपल लिस्बत इसकी जानकारी उन्हें मिलने पर जब वह स्टाफ के साथ कमरे में पहुंची तो वह बेड पर पड़े थे। आनन-फानन में एंबुलेंस की मदद से उन्हें अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद इसकी जानकारी दसूहा पुलिस को दी गई।
उधर, क्रिश्चियन फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष लारेंस चौधरी ने कहा कि फादर कुरिया घोष पूरी तरह से स्वस्थ थे। उन्हें किसी प्रकार की कोई बीमारी भी नहीं थी। वे नन दुष्कर्म के मामले में प्रमुख गवाह थे। मामले के बिशप फ्रैंको मुलक्कल को हाल ही में जमानत मिली थी। उसके बाद से फादर कुरियाकोस तनाव में थे। उनकी मौत के पीछे एक यह भी कारण हो सकता है।
इस घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी जे इलनचेयिन भी मौके पर पहुंचे। पुलिस भी मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद कमरे को सील कर दिया है।
– सुनीलराय कामरेड