प्रो. बडूंगर की हुई छुटटी तो गोबिंद सिंह लौंगोवाल बने शिरोमणि कमेटी के 42वें प्रधान - Punjab Kesari
Girl in a jacket

प्रो. बडूंगर की हुई छुटटी तो गोबिंद सिंह लौंगोवाल बने शिरोमणि कमेटी के 42वें प्रधान

NULL

लुधियाना-अमृतसर : सिख पंथ में गुरूधामों की सेवा संभाल के लिए वर्ष 1920 में सिख चिंतक और बुद्धिजीवियों द्वारा गठित की गई और मौजूदा समय में 11 अरब, 6.5 करोड के करीब बजट वाली सिख पंथ की मिनी पार्लियमेंट के तौर पर कही जाने वाली शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुने हुए 169 सदस्यों द्वारा आज तेजा सिंह समुंद्री हाल में एसजीपीसी के 42वें प्रधान के तौर पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के विश्वासपात्र माने जाने वाले गोबिंद सिंह लौंगोवाल को 154 मत प्राप्त करने पर कमेटी का प्रधान चुन लिया गया। जबकि विरोधी पक्ष पंथक फ्रंट की तरफ से पूर्व महासचिव और जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहरा के समर्थक सुखदेव सिंह भौर के अमरीक सिंह शाहकोट 15 मत हासिल करके संतुष्ट रहना पड़ा। इस प्रकार प्रो कृपाल सिंह बडूंगर को एक साल की सेवा उपरांत उनकी अकाली लीडरशिप द्वारा छुटटी कर दी गई है।

श्री अमृतसर साहिब स्थित स्वर्ण मंदिर परिसर के नजदीक तेजा सिंह समुंद्री हाल में हुए शिरोमणि कमेटी के जरनल इजलास में आज नारों व पंथक जैकारों के बीच इसके साथ ही रंजीत सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष, हरपाल सिंह जूनियर उपाध्यक्ष और गुरबचन सिंह महासचिव और 11 कार्यकारिणी सदस्य को भी सर्वसहमति से चुना गया है। इस अवसर पर सादी वर्दी में तैनात पंजाब पुलिस और एसजीपीसी के टास्क फोर्स सदस्य बड़ी संख्या में किसी भी अनहोनी को टालने के लिए मुस्तैद दिखे। देश विदेश के पंथक हलकों के अतिरिक्त पंजाब की सियासी गलियारों में इन चुनाव को बडी उत्सुकता से देखा जा रहा था।

हालांकि इस कमेटी के प्रधान के बारे में चुनाव से पहले किसी को पता नहीं था लेकिन यह निश्चित था कि जो भी प्रधान होगा, वह सुखबीर सिंह बादल का खासम-खास होगा। शिरोमणि कमेटी के मौजूदा 191 सदस्य हाउस में, छह सिंह साहिबॉन व 15 नियुक्त सदस्यों को छोडकर शिरोमणि अकाली दल बादल व संत समाज से संबंधित ही सबसे अधिक 157 के करीब सदस्य है। आमसभा की शुरूआत से पहले हाकम धड़े शिरोमणि अकाली दल ने पूरा प्रयास किया कि यह चुनाव सर्वसहमति से हो जाएं परंतु इस बार ऐसा ना हो सका और बीबी जागीर कौर ने गोविंद सिंह लोंगोवाल का नाम अध्यक्ष पद के लिए पेश किया। विपक्षी गुट ने अमरीक सिंह शाहपुर का नाम पेश किया। इसके बाद वोटिंग करवाई गई। जिसका परिणाम गोबिंद सिंह लौंगोवाल के हक में मिला।

प्रधान सेवा हासिल करने उपरांत बातचीत करते हुए शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष स. लौंगोवाल ने कहा कि उन्हें यह सेवा गुरू साहिब की बख्शीश के रूप में प्राप्त हुई है, जिसको वह तन-मन और ईमानदारी से निभाएंगे। उन्होंने इस दौरान शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि कमेटी के सभी सदस्यों और अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल का धन्यवाद किया। पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह सभी पंथक धड़ों को साथ लेकर सिख कौम की चढ़दी कलां और पंथक मजबूती के लिए यत्न करेंगे। इस उपरांत स. गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने अन्य पदाधिकारियों समेत सच्चखंड हरिमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब में नतमस्तक होकर गुरू साहिब का शुक्राना किया। उन्हें सच्चखंड हरिमंदिर साहिब में मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह और श्री अकाल तख्त साहिब में ज्ञानी गुरबचन सिंह ने गुरू घर की बख्शीश सिरौपा भेंट की।

– सुनीलराय कामरेड

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four × four =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।