लुधियाना-तरनतारन : सीमावर्ती इलाके तरनतारन स्थित झबाल के नजदीक गुरूद्वारा जन्मस्थान बाबा साहिब दिताजी गांव मालूवाल संतों में पिछले दिनों 2 छोटे बच्चों द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूपों को लगाई गई आग के मामले की धधक रही चिंगारी आज उस वक्त विकराल रूप धारण कर गई, जब गुरूग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के सदस्यों ने पावन स्वरूपों को उक्त गुरूद्वारा साहिब से ले जाकर गुरूद्वारा बीड़ साहिब में सुशोभित करने उपरांत विवादित गुरूद्वारे को बंद करने का निर्णय कर लिया।
इस संबंध में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी सत्कार कमेटी पंजाब, दमदमी टकसाल अजनाला के विद्यार्थी प्रधान भाई हरजिंद्र सिंह बाजोके, भाई सुखजीत सिंह खेासे, भाई तरलोचन सिंह सोहल, भाई मनजीत सिंह चबाल और भाई लखबिर सिंह मालहम की अगुवाई में सुबह से ही बड़ी संख्या में गुरूद्वारा बीड़ साहिब में सिख संगत एकत्रित होनी शुरू हो गई। सिख संगठनों की मंाग थी कि गुरूद्वारा स्थित गुरूद्वारा बाबा साहिब दिताजी से श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप ले जाकर गुरूद्वारा बीड़ बाबा बुडढा साहिब जी में सुशोभित किए जाएं।
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उधर इस मामले की भनक लगते ही गांव मालूवाला समेत आसपास के आधा दर्जन के करीब गांवों के लोग भी गुरूद्वारा बाबा साहिब दिता में इकटठे हो गए और हर प्रकार की स्थिति का सामना करने के लिए गांव के ही रिहायशी स्थलों की छतों पर इटे, पत्थर ओर लाठियों समेत तेज हथियार इकटठे कर लिए गए। जिला प्रशासन को इस मामले की भनक मिलते ही इलाके के एसएसपी दर्शन सिंह मान के हुकमों उपरांत डीएसपी तरनतारन सतनाम सिहं की अगुवाई में कई ग्रामीण पुलिस स्टेशनों के मुलाजिम मोके पर तैनात पहुंचकर समस्त इलाके को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया। इसी दौराना सैकड़ों सत्कार कमेटी के सिंह गुरूद्वारा बीड़ साहिब से चलकर गांव जबाल तक पहुंच गए।
परंतु झबाल से आगे पुलिस ने उन्हें नहीं बढऩे दिया। इस दौरान कई बार स्थिति तू-तू मैं-मैं से बढ़ते हुए तनाव में भी बदली , परंतु सिख आगुओं ने हौसले और संयम से काम लेते हुए बचाव की मुद्रा में आ गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी दर्शन सिंह मान स्वयं पहुंचे और बातचीत उपरांत सिख आगु अपनी शर्त पर अड़े रहे ।
वह उक्त गुरूद्वारा साहिब से गुरू ग्रंथ साहिब जी की पावन बीड़ सम्मान सहित पालकी साहिब में सुशोभित करके गुरूद्वारा बीड़ साहिब में ले गए और तत्पश्चात वहां ताला लगाकर बंद कर दिया गया। आखिर समूहिक फैसले उपरांत यह निर्णय हुआ कि अकाल तख्त से इस संबंध में जब तक कोई फैसला नहीं आ जाता, तब तक यथा स्थिति बनाई जाएंगी।
एसएसपी दर्शन सिंह मान ने कहा कि दोनों पार्टियों से बातचीत उपरांत मामला हल कर लिया गया है। जबकि गुरूद्वारा साहिब जी के प्रबंधक राजिंद्रपाल सिंह ने भी कहा कि इस घटना की शिरोमणि कमेटी के मुलाजिमों ने उन्हें लिखित रिपोर्ट दी है। सुखजीत सिंह खोसा सत्कार कमेटी के सदस्य ने कहा कि जिस गुरूद्वारा साहिब में घटना घटी थी वहां गुरूद्वारा साहिब जी के पावन स्वरूप गांव के दूसरे गुरूद्वारा साहिब जी से सेवा संभाल के लिए ले जाएं गए है, जो भी फैसला अकाल तख्त साहिब से होगा, वही हुकम परवान होगा।
– सुनीलराय कामरेड