संगरूर से मौजूदा सांसद एवं आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि चुनाव लड़ने में अनिच्छा जता रहे शिअद उम्मीदवार परमिंदर सिंह ढिंढसा को शिकस्त का सामना करना पड़ेगा। मान ने दावा किया कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना और उसके बाद पुलिस गोलीबारी की घटनाओं से निपटने के तरीकों को लेकर जनाक्रोश का सामना कर रहा है।
साथ ही, पूर्व वित्त मंत्री ढिंढसा के पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढिंढसा ने उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की सही हिदायत दी थी क्योंकि वह जानते हैं कि उन्हें भारी पराजय का सामना करना पड़ेगा।
अकाली दल ने शुक्रवार को परमिंदर को संगरूर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की। मान ने शिअद को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इसने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए ढिंढसा परिवार को मनाने में काफी समय लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यदि कप्तान अपनी टीम से खेल नहीं हारने को कहता है तो इसका मतलब है कि उसे हार का आभास हो गया है।’’