राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में हुए ग्रेनेड हमले के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी पंजाब के गुरदासपुर जिले का निवासी अभिजोत सिंह है, जो इस साजिश में अहम भूमिका निभाने वाला व्यक्ति था। एनआईए के अनुसार, अभिजोत सिंह पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया से जुड़ा हुआ था, जो इस हमले की साजिश के मुख्य साजिशकर्ता थे।
In an intelligence-led operation, #PunjabPolice cracked the #Jalandhar grenade attack case within 12 hours, arresting two accused linked to a Pak-ISI-backed terror module. An E-rickshaw used in the attack has also been recovered.
The plot was masterminded by ISI-linked gangster… pic.twitter.com/x94RH5IHu1
— Punjab Police India (@PunjabPoliceInd) April 8, 2025
ग्रेनेड हमले में एक और आरोपी गिरफ्तार
एनआईए ने पिछले महीने इस मामले में चार अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था, जिनमें से दो आतंकवादी फरार थे। इस मामले में पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब अभिजोत सिंह की गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने स्पष्ट किया कि वह मामले की पूरी साजिश को उजागर करने के लिए जांच जारी रखेगी। अभिजोत सिंह पहले से ही एक अन्य पुलिस स्टेशन में ग्रेनेड हमले के आरोप में जेल में था। एनआईए की जांच से पता चला कि वह सीधे तौर पर हैप्पी के संपर्क में था और उसने इस साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अभिजोत सिंह पर कई गंभीर मामले
अभिजोत सिंह ने जुलाई और अगस्त 2024 के बीच कई बार हमले के लक्ष्य स्थल की रेकी की थी और इसके लिए उसने फर्जी नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिल का इंतजाम किया था, जो बाद में चोरी कर ली गई थी। जांच में यह भी सामने आया कि हैप्पी ने अगस्त 2024 में अभिजोत और एक अन्य आरोपी रोहन मसीह को पिस्तौल मुहैया कराई थी। आतंकी रिंदा और हैप्पी के निर्देश पर अभिजोत और रोहन मसीह ने हमले को अंजाम देने के लिए दो बार लक्ष्य के घर का दौरा किया था, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो सके। एनआईए की ओर से यह भी पुष्टि की गई कि अभिजोत सिंह की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के करनाल जिले में एक स्थान पर तलाशी ली गई, ताकि साजिश के अन्य पहलुओं को उजागर किया जा सके और अन्य संदिग्धों की पहचान की जा सके।