लुधियाना : मौका खास हो तो खबर स्वयं बन जाती है, जी हां.. पंजाब केसरी के हजारों पाठकों को इन पंक्तियों के जरिए अवगत करवाया जा रहा है कि जिंदगी में संतान उत्पन्न ना होने पर निराश ना हो। वैसे तो हर दंपती की दिली इच्छा होती है कि उसके वंश को चलाने वाला कोई तो हो। शादी के बाद वह अपने बच्चे के लिए कई तरह के सपने संजोता है।
हालांकि कई बार कुछ कमियों के कारण वे इस संतान सुख से वंचित रह जाते हैं। पर अब आइवीएफ प्रक्रिया के जरिए वे संतान का सुख प्राप्त कर सकते हैं। अब इसको लेकर लोगों में जागरुकता भी आ गई है।
इससे कई दंपतियों को संतान प्राप्ति होने से सुख मिला है और उनके परिवार को छप्पड़ फाड़ कर खुशियां मिली हैं। कुछ ऐसे ही बच्चों को एकत्र करने के लिए विशेष मंच सजाया गया। यह सुनने में भले ही थोड़ा अजीब लगता होगा कि एक ही छत के नीचे 200 टेस्ट ट्यूब बेबी एकत्रित हुए। ये वो बेबी थे, जिन्हें पाने के लिए उनके मां-बाप ने वर्षो इंतजार किया। इन बच्चों के अभिभावकों ने अपनी जिंदगी से जुड़े कुछ पहलू भी बताए कि कि तरह उन्हें संतान सुख मिला।
डॉ. सुमिता सोफत अस्पताल की ओर से स्थानीय पांच सितारा होटल में इन बच्चों का सामूहिक बर्थडे मनाया गया। कार्यक्रम में उत्तर भारत से ये बच्चे अभिभावकों संग शिरकत करने पहुंचे। पेरेंट्स के चेहरे पर बच्चों को पाने की खुशी साफ झलक रही थी। बर्थडे सेलिब्रेशन के दौरान बच्चों ने डांस भी किया अस्पताल की ओर से करवाए गए इस कार्यक्रम में बच्चों ने खूब डांस किया।
छह माह से लेकर 15 साल तक के इन बच्चों को विशेष तौर पर समारोह में आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा बच्चों के अभिभावकों में भी कई प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई गई। म्यूजिक चेयरगेम, रुमाल उठाना आदि कई प्रतियोगिताओं में अपने अभिभावकों को भाग लेता देख बच्चे बेहद उत्साहित हो रहे थे। विजेताओं को लुधियाना के मेयर बलकार सिंह संधू ने अस्पताल की ओर से अलग-अलग प्रतियोगिताओं में विजेता रहे अभिभावकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
– रीना अरोड़ा