लुधियाना-कोटकपूरा : भारतीय सीमा सुरक्षाबल की 89 बटालियन के हैड कांस्टेबल आत्मा सिंह (45) का आज उनके पैतृक गांव धुडक़ोट में हजारों सजल आंखों से अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भारत मां की जयघोष के नारों के बीच विदाई दी गई।
आत्मा सिंह की बीते दिनों जम्मू के पास अखनूर और श्रीनगर में चुनाव डयूटी पर जाते समय घटित एक सडक़ हादसे में अपने अन्य साथियों के साथ मौत हो गई थी। आत्मा सिंह को सरकारी सम्मान के साथ सेना के वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन फरीदकोट के उच्च अधिकारियों की मोजूदगी में गांव वासियों और पारिवारिक सदस्यों ने नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी। उनकी मृतक देह को अगिन उनके इकलौते बेटे हुसनप्रीत सिंह (19) वर्षीय ने दी।
राजकीय सम्मान के साथ किया गया शहीद नरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार
इस दौरान फरीदकोट के बीएसएफ डिप्टी कमांडर सुभाषचंद और 89 रेजीमेंट अखनूर जम्मू से आएं 7 सदस्य टीम जिसकी अगुवाई बीएसएफ के अधिकारी एएसआई सतनाम सिंह भी उपस्थित थे। इस अवसर पर डिप्टी कमीश्रर स. गुरजीत सिंह ने जिला प्रशासन द्वारा हैड कोंस्टेबल की मृत देह पर फूल मालाएं अर्पित की और पारिवारिक सदस्यों केा भरोसा दिया कि सरकार द्वारा जो भी सहायता दी जानी है, वह जल्द दे दी जाएंगी।
कांस्टेबल आत्म सिंह के तिरंगे में लिपटी देह को शमशान घाट में पूरे सम्मान के साथ लाया गया। जहां बीएसएफ की टुकड़ी द्वारा हवा में 3 राउंड फायर करके मातमी धुन के बीच बिदाई दी गई। आत्म सिंह 1991 में बीएसएफ में देशसेवा के लिए भर्ती हुआ था, वह अपने पीछे 45 वर्षीय पत्नी जसविंद्र कौर, 19 वर्षीयबेटा हुसनदीप और 16 वर्षीय बेटी पलवीर कौर छोड़ गया है। इस अवसर पर डीएम सरदार परमदीप सिंह, डीएसपी पलविंद्र सिंह पंडा, तहसीलदार रमेश जैन और अलग-अलग पार्टियों के सियासी आगु , बड़ी संख्या में गांववासी उपस्थित थे।