भगवंत मान सरकार द्वारा मंगलवार को किसान यूनियन पर किए गए प्रहार के खिलाफ किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। इसी कड़ी में बुधवार को भगवंत मान सरकार का पुतला दहन करने का ऐलान किया गया। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि भगवंत मान सरकार ने किसानों और मजदूरों को उनके घरों में नजरबंद कर लिया और कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ एक बड़ी साजिश बताया और इस घटनाक्रम की सख्त शब्दों में निंदा की है।
पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि अमृतसर के चंपा में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की कोर कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रधान की अध्यक्षता में इस मामले पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बुधवार को पूरे पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की तरफ से भगवंत मान सरकार का पुतला दहन किया जाएगा। इसके साथ ही, सभी जोन लेवल पर अर्थी दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
किसानों ने अपनी मांग को लेकर मान सरकार का किया घेराव
उन्होंने बताया कि इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि एसकेएम के सभी नेताओं को तुरंत रिहा किया जाए और उन्हें शांतिपूर्वक तरीके से चंडीगढ़ में आंदोलन करने का अधिकार दिया जाए। साथ ही, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने पंजाब सरकार से यह मांग की है कि वह किसानों और मजदूरों की जायज मांगों को मानें और बातचीत के जरिए समाधान निकाले। सरवन सिंह पंढेर ने आगे कहा कि पंजाब की भगवंत मान सरकार ने पुलिस बल का दुरुपयोग करते हुए पंजाब को एक बड़े पुलिस राज्य में बदल दिया है, जिससे किसान और मजदूरों के अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को किसानों के साथ बातचीत करके उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।