लुधियाना-जालंधर : रोमन कैथलिक डाईओसिस चर्च जालंधर के बिस़प डाक्टर फ्रेंको मूलॅकल के घर आज 72 घंटों के बाद केरल पुलिस पहुंचने में आखिर कामयाब हो गई। इस दौरान उनके साथ पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी भी शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक केरल पुलिस उनसे फिलहाल तथ्यों की जानकारी लेने के साथ-साथ कडाई से पूछताछ कर रही है।
खबर लिखे जाने तक पूछताछ जारी है। जबकि इशारों ही इशारों में पता चला है कि आरोपी बिसप को किसी भी वक्त गिरफतार किया जा सकता है। उधर कैथलिक चर्च रिफारमेशन मूवमेंट द्वारा हाई कोर्ट में पीआईएल दाखिल की गई थी, जिसमें मांग रखी गई थी कि केरल पुलिस नन रेप मामले में ढिलमुल रैवया ना करके जल्द एक्शन ले। पीआईएल की सुनवाई के दौरान केरल पुलिस ने भी हाई कोर्ट को बताया है कि पुलिस इस मामले के काफी नजदीक जांच के दौरान पहुंच चुकी है।
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हालांकि बिसप मूलकल द्वारा अभी तक अग्रिम जमानत के लिए अपील नहीं की गई। उनके प्रवक्ता फादर पीटर का कहना था कि वे बेकसूर है। इस मामले में जमानत नहीं लगाई जाएंगी।
केरल में रह रही एक नन (इसाई प्रचारक) द्वारा रेप के आरोप के बाद केरल में दर्ज मामले की जांच के लिए केरल पुलिस जालंधर आई है। डीएसपी रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता मेेंआई इस टीम में कुल 6 सदस्य शामिल है, जिनमें 3 सदस्य साइबर क्राइम से संबंधित है।
केरल पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई है। देर शाम पंजाब पुलिस के साथ बिस़प हाउस में पहुंची केरल पुलिस के एसपी ने मीडिया से दूरी बनाई हुई है लेकिन उन्होंने इशारों ही इशारों में बताया कि अगले 24घंटे में वह जांच पूरी कर लेंगे।
हालांकि जालंधर डाईओसिस के पीआरओ फादर पीटर ने बातचीत के दौरान कहा कि उपरोक्त नन किसी के बहकावे में आकर ऐसे आरोप लगा रही है। बिसफ़ फ्रेंको मूलॅकल जालंधर डाइओसिस के बिस़प है। पंजाब और हिमाचल के समस्त चर्च फ्रेंको मूलॅकल के अंतर्गत आते है।
स्मरण रहे कि 20 साल के करीब जालंधर में रही एक नन ने 27 जून 2018 को केरल पुलिस को फ्रेंको मूलॅकल द्वारा कई बार रेप किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी कि 2014 से 2016 के मध्य जालंधर के बिस़प फ्रेंको मूलॅकल उसके साथ जबरदस्ती करते रहे है। फ्रेंको मूलॅकल जालंधर से पहले दिल्ली के भी सहायक बिस़प रहे है। बिस़प हाउस में ही फ्रेंको मूलॅकल व अन्य कई पादरी रहते है।
– सुनीलराय कामरेड