लुधियाना-अमृतसर : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और दुनिया के तेज गेंदबाज ब्रेटली आज मानवता के अध्यात्मिक केंद्र सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होकर गुरूघर का आर्शीवाद लिया। ब्रेटली बीते दिनों यहां गुरू रामदास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस में सुनने से असमर्थ लोगों से संबंधित करवाएं गए एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे और इसी दौरान वह सचखंड हरिमंदिर साहिब नतमस्तक हुए। गुरू घर के दर्शन करने उपरांत वह श्री गुरू रामदास लंगर हाल भी गए, जहां उन्होंने अपने हाथों से कुछ समय कारसेवा भी की। पीले रंग की दस्तार सजाएं उपस्थित लोगों को अंग्रेजी उच्चारण के बीच बड़ी नम्रता से हाथ जोड़े सतश्रीअकाल कहा।
इस दौरान ब्रेटली को दरबार साहिब के सूचना केंद्र में शिरोमणि कमेटी सदस्य भाई अमरजीत सिंह चावला और सचिव स. मनजीत सिंह बाठ ने गुरू बख्शीश सिरौपा, सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब का मॉडल और धार्मिक पुस्तकें देकर सम्मानित भी किया। ब्रेटली ने यात्री बुक में अपना अनुभव दर्ज करवाते हुए यात्रा को खूबसूरत बताया और धन्यवाद भी लिखा। स्मरण रहे दिग्गज बल्लेबाजों के होश उड़ा देने वाले ब्रेटली एक समय जीवन में हालात से बेबस हो गए थे। 160 की रफ्तार से बॉल फेंक कर बल्लेबाज के होश उड़ाने वाले को ऑस्ट्रेलिया के रफ्तार के सौदागर ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड कायम किए। लेकिन शायद ही किसी को पता हो कि ब्रेटली की जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया जब वह पीड़़ा में घिर गए थे। अपनी जिंदगी का यह राज उन्होंने अमृतसर दौरे के दौरान खुद खोला।
ब्रेटली की यह बेबसी उनके बेटे प्रेस्टन के कारण थी। ब्रेटली ने बताया प्रेस्टन जब पांच वर्ष का था तो ऊंचाई से गिरने की वजह से उसके सिर पर गंभीर चोट लगी। इस हादसे में उसके एक कान की हड्डी क्षतिग्रस्त हुई। सिर की चोटों का तो उपचार हो गया, लेकिन उसके सुनने की क्षमता चली गई। बात करने पर भी वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देता। ब्रेट ली ने कहा यह उनकी जिंदगी का बहुत ही पीड़ादायी वक्त था।
बेटा प्रिस्टन पांच साल का था तब श्रवण शक्ति चली गई, वापस आई तो शुरू किया अवेयरनेस प्रोगाम
अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज पहुंचे ब्रेटली ने अपने संबोधन में इस घटना का उल्लेख किया। वह यहां न्यूबोर्न हियरिंग स्क्रीनिंग यूएनएचएस कार्यक्रम के संदर्भ में जागरूकता सेमिनार में शामिल होने आए थे। पीली रंग की दस्तार सजाकर पहुंचे ब्रेटली का यहां जबरदस्त स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा, बेटे प्रेस्टन की श्रवण शक्ति आठ माह बाद अचानक प्राकृतिक रूप से लौट आई, लेकिन तब मुझे लगा कि ऐसी पीड़ा से गुजरने वालों के लिए कुछ करना चाहिए। यह महसूस हुआ कि ऐसे असंख्य लोग हैं जो जीवन भर सुनने व बोलने से वंचित रह जाते हैं। इसके ऐसे लोगों के लिए उन्होंने अवेयरनेस प्रोगाम की शुरुआत की।
कॉलीक्लर ग्लोबल हियरिंग के ब्रांड अम्बेसडर ब्रेटली ने कहा कि विश्व भर में 46.60 करोड़ लोग हैं जो सुन नहीं सकते। इनमें 3.40 करोड़ बच्चे शामिल हैं। यदि छोटी उम्र में बच्चा रिस्पांस नहीं देता तो उसकी जांच करवाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा, ब्रांड अंबेसडर के रूप में यह मेरी भी जिम्मेवारी है कि ऐसे लोगों व बच्चों के लिए काम करूं। वर्तमान में यह जरूरी है कि नवजात शिशुओ की हियरिंग लॉस स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से की जाए। केरल भारत का पहला राज्य है जहां 66 सरकारी केंद्रों में बच्चों की हियरिंग स्क्रीनिंग होती है। पंजाब सहित भारत के सभी राज्यों को इस दिशा में कदम उठाना चाहिए।
– सुनीलराय कामरेड
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