दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार और बीजेपी की जीत से पंजाब की राजनीति में हलचल मचने की आशंका है। इस चुनाव परिणाम ने शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस को खुश होने का मौका दिया है, जो पंजाब में अपनी खोई हुई जमीन तलाश रही है। शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने दिल्ली के लोगों को आम आदमी पार्टी के झूठ और धोखे को उजागर करने के लिए बधाई दी। कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बडा दावा करते हुए पंजाब में आप के टूटने की 3 बडी भविष्यवाणी भी कर दी। नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, महाराष्ट्र के एकनाथ शिदे की तरह बगावत कर सकते हैं। साथ ही 30 से ज्यादा आप विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। ये विधायक दल बदलने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस नेता का आरोप
कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने AAP पार्टी के भीतर टकराव बढ़ने के लिए पंजाब आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए कहा कि अमन अरोड़ा ने कहा था कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में आप के खराब प्रदर्शन को पहले ही भांप लिया था। ऐसे मे AAP में उथल पुथल होनी तय है। पंजाब के लिए सिख मुख्यमंत्री होना जरूरी नहीं है। कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा का मानना है कि यह बयान पाटी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा केजरीवाल के पंजाब में संभावित स्थानांतरण की तैयारी के लिए तैयार किया गया था।
पंजाब में AAP के 93 विधायक
बाजवा ने आरोप लगाया कि वे पहले से ही अरविंद केजरीवाल को पंजाब में उतारने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में 2022 के चुनावो प्रचंड जीत हासिल की थी। पंजाब की 117 सदस्यों वाली विधानसभा में आम आदमी पार्टी को 92 सीटों पर जीत मिली थी। आप पार्टी के पास बहुमत के लिए जरूरी 59 सीटों से कहीं ज्यादा सीटें हैं। पंजाब में आप पार्टी के मौजूदा विधायकों की संख्या 93 है। ऐसे में भगवंत मान सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं दिख रहा है, लेकिन दिल्ली नतीजों पर कांग्रेंस नेता ने बड़ा तंज कसा है।