चडढा खुदकुशी मामले में गिरफ्तार किए गए 9 शख्सों के परिवारिक सदस्य इंसाफ के लिए आएं सड़कों पर - Punjab Kesari
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चडढा खुदकुशी मामले में गिरफ्तार किए गए 9 शख्सों के परिवारिक सदस्य इंसाफ के लिए आएं सड़कों पर

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लुधियाना-अमृतसर : पंजाब के बहुचर्चित इंद्रप्रीत सिंह चडढा खुदकुशी कांड में आज उस वक्त नया मोड़ आ गया जब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 9 व्यक्तियों के पारिवारिक सदस्य अपने शुभचिंतकों और अन्य रिश्तेदारों को साथ लेकर आरोपियों के बेकसूर होने की दुहाई देते हुए इस मामले को सियासत से प्रेरित बताकर कैंडल मार्च निकाला। सडक़ों पर उतरे बड़ी संख्या में इन परिवारों से जुड़े लोगों में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थी।

इस अवसर पर इंद्रप्रीत सिंह आनंद की पत्नी श्रीमति प्रीति आनंद, लखविंद्र सिंह, रूपेश कपूर, जसप्रीत सिंह कालड़ा आदि ने बताया कि उनकी विशेष जांच टीम द्वारा गिरफतार किए गए व्यक्ति असल में बेकसूर है। उक्त परिवारों का यह भी कहना था कि उनकी समझ से विपरीत है कि पुलिस को सभी तथ्यों की जानकारी होने के बावजूद बेगुनाह लोगों को गिरफतार किया गया है जबकि सभी आरोपी विशेष जांच टीम के साथ पूर्ण सहयोग कर रहे थे और बार-बार पुलिस द्वारा बुलाए जाने के बावजूद पेश हो रहे थे।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि असल कहानी पैसों के लेन-देन की है और गिरफतार किए गए व्यक्तियों में से अधिकांश स्व. चडढा के लेनदार थे, जिनके द्वारा अपने पैसे मांगे जाने की रंजिश के कारण ही उनके नाम खुदकुशी नोट में लिखे गए है। उन्होंने मांग की कि पुलिस इस मामले में न्याय करके बेकसूर लोगों को जल्द रिहा करें ताकि 9 व्यक्तियों के पारिवारिक सदस्यों से जुड़े लोगों की जिंदगी अंधेरे में चले जाने से रोकी जा सकें। प्रदर्शनकारियों ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह से मांग की कि सरकार इस मामले में उनके साथ इंसाफ करें।

स्मरण रहे कि ‘ चडढा खुदकुशी ’ मामले की जांच कर रही विशेष टीम ने पिछले दिनों चर्चित महिला प्रिंसीपल समेत 9 लोगों को गिरफतार किया था, जिनमें मृतक इंद्रजीत सिंह चडढा का भाई हरप्रीत सिंह चडढा भी शामिल है। मृतक इंद्रजीत सिंह चडढा के पिता 82 वर्षीय स. चरणजीत सिंह चडढा की महिला प्रिंसीपल के साथ आपतिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंद्रप्रीत सिंह चडढा ने अमृतसर में गाड़ी में बैठे कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। चरणजीत ङ्क्षसह चडढा उस वक्त सिखेां की सबसे पुरानी संस्था चीफ खालसा दीवान के प्रधान थे, जिन्हें बाद में जबरी सदस्यता तक से खारिज कर दिया गया और श्री अकाल तख्त साहिब ने हुकमनामा जारी करके सिख पंथ को आदेश दिया था ।

मृतक इंद्रप्रीत सिंह ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट में कुछ व्यक्तियों से अपने संबंधों का इजहार करते हुए जिक्र किया था। खुदकुशी नोट के आधार पर पुलिस ने 11 लोगों को इस मामले में नामजद किया था। बाद में पुलिस ने इंद्रपीत सिंह चडढा के पुत्र के बयान पर केस दर्ज करके जांच शुरू की थी।

– सुनीलराय कामरेड

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