प्रकाश पर्व संबंधित संयुक्त समागमों के लिए पंजाब सरकार और शिरोमणि कमेटी के मध्य उलझा मामला - Punjab Kesari
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प्रकाश पर्व संबंधित संयुक्त समागमों के लिए पंजाब सरकार और शिरोमणि कमेटी के मध्य उलझा मामला

श्री गुरू नानक देव जी के 550वे प्रकाश पर्व संयुक्त रूप से मनाने के श्री अकाल तख्त साहिब

लुधियाना-अमृतसर :  श्री गुरू नानक देव जी के 550वे प्रकाश पर्व संयुक्त रूप से मनाने के श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों के बावजूद पंजाब सरकार और शिरोमणि कमेटी के मध्य मामला उलझता ही जा रहा है। केबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज सुबह-सवेरे श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी से मुलाकात करने के लिए अमृतसर पहुंचे लेकिन उन्हें बेरंग लिफाफे की तरह खाली हाथ ही मुडऩा पड़ा। दूसरी तरफ ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी ने दावा किया है कि उनके साथ किसी भी शख्स ने इस मामले में संपर्क नही किया। उन्होंने कहा कि कल तक वह श्री अकाल तख्त साहिब पर ही उपस्थित है, जब मर्जी जो चाहे संपर्क कर लेंगा। वह बातचीत करने के लिए तैयार है। 
उन्होंने यह भी कहा कि सरदार चरणजीत सिंह चन्नी सुबह 8 बजे श्री अकाल तख्त साहिब पर आकर उन्हें मिल सकते है, दरअसल पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई मंत्रियों की कमेटी के सदस्य चरणजीत सिंह चन्नी आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का अति आवश्यक संदेश लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थ्ज्ञेदार के पास पहुंचे थे, लेकिन उनकी मुलाकात जत्थेदार से नहीं हो सकी। 
इस बारे में चन्नी ने कहा कि सरकार फिर से कोशिश कर रही है कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी से मिलकर बाबा नानक की नगरी सुलतानपुरी लोधी में समागम करवाया जाएं। इसके लिए श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा एसजीपीसी के साथ मामले को हल करने की कोशिश की जा रही है। चन्नी ने कहा कि इस मामले की अगली कार्यवाही कैप्टन अमरेंद्र सिंह से विचारविमर्श करने उपरांत की जाएंगी। 
स्मरण रहे कि पिछले दिनों बाबा नानक के फलसफे और शिक्षाओं को ध्यान में रखते हुए 550वें प्रकाश पर्व को एक मंच पर मनाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने एसजीपीसी समेत पंजाब सरकार को एक जुट हो जाने का संदेश दिया था और इसी क्रम में पंजाब सरकार ने 5 सदस्यीय संयुकत कमेटी के लिए अपने 2 केबिनेट मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी को प्रतिनिधि के रूप में भेजा था। हालांकि चन्नी ने एसजीपीसी पर आरोप लगाए है कि वह किसी भी स्टेज पर सरकार से मिलकर प्रकाश पर्व नहीं मनाना चाहती। 
  
दोनों मंत्रियों का यह भी कहना है कि असल में एसजीपीसी वही कर रही है जो उनके सियासी आका सुखबीर सिंह बादल और उनकी पत्नी हरसिमरत कोर बादल आदेश दे रहे है। एसजीपीसी और अकाली नेता पहले ही पंजाब सरकार को बताए बिना सुलतानपुर लोधी के कार्यक्रम के लिए देश के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोबिंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अकेले ही जाकर निमंत्रण दे आएं थे। उधर मुख्यमंत्री कैप्टन ने भी हरसिमरत बादल पर पलटवार करते कहा कि शिरोमणि अकाली दल धार्मिक समागमों को हाईजैक करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षो के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों के रूतबे का अकालियों ने निरादर किया है। 
– सुनीलराय कामरेड

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