CM भगवंत मान ने पंजाब के लोगों से 'गुरबाणी के छंदों का हवाला देकर कि पराली न जलाने का निवेदन' - Punjab Kesari
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CM भगवंत मान ने पंजाब के लोगों से ‘गुरबाणी के छंदों का हवाला देकर कि पराली न जलाने का निवेदन’

राजधानी इस समय प्रदूषण की मार झेल रहा है। जहां दिल्ली में AQI का आंकड़ा अबतक के सारे रिकोर्ड को तोड़ चुका है। दिल्ली की हवा इतनी ज्यादा प्रदूषित हो चुकी है कि अब यहां सांस लेना भी मुस्किल हो गया है। खास बात यह भी है कि इस समय भारत में कटाई का महिना चल रहा है। जहां हरियाणा, उत्तर प्रदेश के साथ- साथ भारत के कई राज्यों में इस समय पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही है। जिसे लेकर ज्यादा आरोप पंजाब पर लगते आ रहे हैं। खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने से पहले दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहराया करते थे।

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भगवंत मान ने की किसानों से पराली न जलाने की अपील 

वहीं इन सबके बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों को पराली जलाने से रोकने की अपील करने के लिए गुरबाणी के छंदों का हवाला दिया है। उन्होनें कहा है कि हम अपनी ऑक्सीजन खुद जला रहे हैं’ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को पवित्र गुरबानी के छंदों का हवाला देते हुए किसानों से अपील की वे फसल के अवशेष न जलाएं। इससे हवा प्रदूषित हो रही है। उन्होंने लुधियाना में एक कार्यक्रम में पराली जलाने और पटाखे फोड़ने का जिक्र करते हुए कहा, “हम अपनी ऑक्सीजन जला रहे हैं. यह धुआं सबसे पहले हमारे बच्चों के फेफड़ों से होकर गुजरता है।

पंजाब में 15 सितंबर से 30,000 से अधिक फसल अवशेष जलाने की घटनाएं दर्ज 

पंजाब में 30 हजार पराली जलाने की घटनाएं पंजाब में 15 सितंबर से 30,000 से अधिक फसल अवशेष जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं। अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली-एनसीआऱ में वायु प्रदूषण में वृद्धि के पीछे हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं मुख्य वजह मानी जाती है। ऐसे में भगवंत मान ने गुरबाणी के श्लोक ‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत’ का हवाला देते हुए कहा कि कैसे महान सिख गुरुओं ने हवा (पवन) को शिक्षक, पानी (पानी) को पिता और भूमि (धरत) को मां के बराबर बताया। साथी ही फसल अवशेष न जलाने का संकल्प गुरबानी की शिक्षाओं को अपनाने की सलाह दी। पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए. इसके लिए सभी को आगे आना चाहिए।

लुधियाना में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम स्वतंत्रता सेनानी रखने का फैसला

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा पर रखा जाएगा शहीद करतार सिंह सराभा के शहादत दिवस के अवसर पर एक राज्य स्तरीय समारोह में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार लुधियाना में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखेगी। सराभा भारत के सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी थे. उन्होंने 19 साल की उम्र में देश के लिए अपनी जान दे दी। वह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं। सीएम भगवंत मान ने कहा कि शहीद करतार सिंह सराभा सराभा ने देश को विदेशी साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने गदर पार्टी के एक सक्रिय नेता के रूप में उन्होंने पहले विदेश में और फिर देश के भीतर स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अथक प्रयास किया. शहीदों को भारत रत्न देने की मांग मुख्यमंत्री ने शहीद भगत सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य महान शहीदों को भारत रत्न पुरस्कार देने की वकालत करते हुए कहा कि इससे इस पुरस्कार की प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

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पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।