लुधियाना-जालंधर : पंजाब के केबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज अकाली दल को टकसाली आगु क्यों याद आ रहे है, पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि टकसाली आगुओं को अपनी जमीर की आवाज सुननी चाहिए। सिद्धू ने कहा कि जोरा सिंह कमीशन की रिपोर्ट के समय सीटिंग जज क्यों याद नहीं आया। उन्होंने कहा कि अब उन्हें सुखदीप सिंह ढींढसा और भूंदड़ साहिब भी याद आ गए। नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी कहा कि कैप्टन साहिब द्वारा जो फैसले किए गए है, वे सही है।
उन्होंने कहा कि जब कोई ओहदा देना हो, वजीरें बांटनी हो, उस वक्त बादल साहिब को अपना परिवार दिखाई देता है। अब जब पंजाब के लोग रंजीत सिंह कमीशन के बारे में बातें कर रहे है और इनकी पोल खोल रैलियां याद आ रही है और इन रैलियों में स्वयं बादल परिवार के सदस्य शामिल नहीं हो रहे थे।
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स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंथ के नाम पर 40 साल पंजाब व सिख कौम तबाह करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली के प्रधान सुखबीर बादल विधानसभा में सच का सामना नहीं कर सके। दोनों भगोड़े हैं, यही वजह है कि अब उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सिद्धू यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सिद्धू ने बादल परिवार पर प्रहार करते हुए कहा कि विधानसभा में इनके पास केवल 13 सीटें ही बची हैं और भविष्य में यह भी नहीं रहेंगी।
अकाली दल के प्रतिनिधि यह कह रहे हैं कि बेअदबी मामले में जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में किसी को दोषी नहीं बताया गया।
उन्होंने सवाल किया कि यदि रिपोर्ट में किसी को दोषी नहीं बताया गया, तो वे बहस में हिस्सा लेने से क्यों भागे। उन्होंने कहा कि बादल ने मुख्यमंत्री रहते हुए उस समय के डीजीपी सुमेध सैनी को आधी रात को फोन क्यों किया था? यह बातें उन्हें सदन में खड़े होकर बतानी चाहिए थी कि उन्होंने सैनी के साथ आधी रात को क्या बात की थी। सिद्धू ने कहा कि आधी रात को बात करने का खुलासा खुद अपने बयान में डीजीपी सुमेध सैनी कर चुके हैं।
सिद्धू ने कहा कि प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री सुखबीर बादल यह बताएं कि उन्होंने बेअदबी के मामले में क्या कार्रवाई की थी। श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के बारे में पूछे गए सवाल के बारे में उन्होंने कहा कि एफआइआर तो दस साल बाद भी दर्ज हो सकती है। वैसे भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा में इस मामले की जांच के लिए समय सीमा तय कर दी है और इसके लिए पंजाब पुलिस पूरी तरह सक्षम है। सीबीआइ जांच के सवाल पर सिद्धू ने कहा कि सीबीआइ ने तो केंद्र के कहने पर ही चलना है।
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान के साथ करतारपुर साहिब के कॉरिडोर को लेकर कोई न कोई बात जरूर सिरे चढ़ेगी। सिद्धू ने कहा कि यदि दोनों देशों के सरहद पर लगे ताले खुलते हैं तो इस का आम लोगों के जीवन पर अच्छा असर पड़ेगा, और दोनों पक्ष आर्थिक तौर पर मजबूत होंगे।
– सुनीलराय कामरेड