बरगाडी कांड के दोषी बादलों को बचाने की कोशिश में है कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार - ज्ञानी केवल सिंह - Punjab Kesari
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बरगाडी कांड के दोषी बादलों को बचाने की कोशिश में है कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार – ज्ञानी केवल सिंह

तख्त दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह

तख्त दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी व बरगाडी कांड के साथ संबंधित बहिबल कलां गोली कांड के ममाले को सीबीआई के हवाले करके दोषी पुलिस अधिकारियों और पूर्व मुंख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को बचाने की कोशिशें कर रही है।

कैप्टन अमरिदर सिंह सिखों की भावनाओं को नंजर अंदाज करके गैर सवैधानिक नीतियां अपनाते हुए सिखों को इंसाफ देने से भाग रहे है। ज्ञानी केवल सिंह बरगाडी कांड के आरोपियों को जस्टिस रंजीत सिंह कमिशन की रिपोर्ट के अनुसार सजाएं देने के लिए विभिन्न सिख संगठनों की ओर से अमृतसर में एक रोष प्रदर्शन करके उठाई जा रही मांग के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे।

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ज्ञानी केवल सिंह , एसजीपीसी के पूर्व सदस्य एडवोकेट जसविंदर सिंह भाटिया , अमजीत सिंह और सुखविंदर सिंह गोइंदवाल साहिब ने कहा कि जब कैप्टन सरकार की ओर से बेअदबी और बरगाडी कांड के मामले की जांच जस्टिस रंजीत सिंह के नेतृत्व में बनाए कमिशन से करवा ली है तो फिर इस में आरोपी पाए गए पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं के खिलाफ कानून के अनुसार बनती कार्रवाई की जानी चाहिए थी। पंरतु कैप्टन अमरिंदर सिहं ने ऐसा न करके मामला सीबीआई को सौंप दिया है। जिस से साबित होता है कि कैप्टन सरकार इस में आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। ऐसा लगता है कि दोषियों को सजाएं देने के लिए कैप्टन सरकार की नीयित साफ नहीं है।

कमिशन की रिपोर्ट से यह भी सामने आया है कि शांतिमय ढंग से आवाज उठाने वाले श्रद्धालुओं के उपर गोली चलाने से पहले पूर्व डीजीपीसी सुमेध सैनी और मुख्यतमंत्री प्रकाश सिंह बादल का पूरी तरह आपसी तालमेल था। इस गोलीकांड में दो युवा मृत्यु का ग्रास बन गए।

उन्होंने कहा कि गृह विभाग में बहिबल कांड को लेकर आरोपियों के खिलाफ इरादा कत्ल का केस दर्ज करने की हिदायतें दी हुई है। बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। युवा पुलिस की गोलियों का शिकार हुए है। फिर पुलिस कर्मचारियों के उपर हत्या का केस दर्ज क्यों नहीं हुआ। उनकी मांग है कि सरकार पीड़ित परिवारों के लिए एक करोड़ तक का मुआवजा एलान करे। इंक्वायरी कमिशन एक्ट—1952 के अनुसार इस रिपोर्ट को सर्वजनक किया जाना चाहिए। आज कैप्टन अमरिंदर सिह खुद वायदा करने के बाद दोषियों को सजाएं देने से भाग रहे है।

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