लुधियाना-पटियाला : भारतीय जेलों में सजा पूरी कर चुके नजरबंद सिखों की रिहाई की मांग को लेकर हरियाणा के गांव ठसकाली निवासी गुरूबख्श सिंह ने जान की बाजी लगाते हुए प्राण त्यागे थे, की भोग रस्मों के उपरांत उसकी अस्थियां आज एक जत्थे के रूप में पटियाला पहुंची और तख्त श्री दमदमा साहिब लाई गई।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में इलाके की संगत ने भाई गुरबख्श सिंह को श्रद्धांजलि दी। पटियाला पहुंचने पर पुलिस ने भारी सुरक्षा बंदोबस्त कर रखे थे। स्मरण रहे कि गुरबख्श सिंह खालसा ने 20 मार्च को करनाल के नजदीक गांव ठसकाली में पानी की टंकी से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साहबो में पहुंचने के उपरांत श्री दरबार साहिब में अस्थियों को ले जाया जाएंगा। तत्पश्चात अस्थियों को गुरूद्वारा कीरतपुर साहिब में विसर्जित की जाएंगी। स्मरण रहे कि भाई गुरबख्श सिंह खालसा पिछले 4-5 सालों से सरकारों की गलतियों के कारण सजा पूरी होने के बावजूद अनगिनत सिख जेलों में बंद है, उनके लिए गुरबखश सिंह खालसा संघर्ष करते रहे है, उनकी मौत के उपरांत अंबाला के लखनोर गांव में स्थित गुरूद्वारा साहिब में पिछले दिनों भोग डाला गया।
– सुनीलराय कामरेड
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