भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सलाहकार प्रो सरचंद सिंह ख्याला ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा की पंजाब के मौजूदा हालात पर‘हम देश भगत लोक है’कहकर पंजाबियों को नीचा दिखाने की कोशिश की है।
प्रो सरचंद ने कहा कि सभी जानते हैं कि देश की आजादी के लिए पंजाब और सिख समुदाय ने 90 फीसदी कुर्बानी दी है। उन्होंने केजरीवाल के उस दावे को भी पूरी तरह से खारिज कर दिया, जिसमें उनकी सरकार ने पंजाब को नशा मुक्त बनाने और गैंगस्टरों पर काबू पाने का दावा किया था।
सहायता भेजकर राज्य सरकार को पूरा सहयोग दिया
प्रो सरचंद ने पंजाब में पैदा हो रही अराजकता पर चिंता व्यक्त करते हुए गिरफ्तार सिख युवकों की तत्काल प्रभाव से जांच कर निर्दोष युवकों को शीघ, रिहा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्यों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य का विषय है। इसलिए अगर किसी राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है, तो इसके लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पंजाब में राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है, इसलिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से केंद्रीय सुरक्षा बल की अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि केंद, ने मुख्यमंत्री की मांग के अनुसार सहायता भेजकर राज्य सरकार को पूरा सहयोग दिया है।
सीमावर्ती राज्य और सिख युवाओं के हित में नहीं होगा
उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने और उनमें से कई लोगों को असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजने का फैसला भी राज्य सरकार का है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार केंद्रीय सहायता के बिना अपने दम पर राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है। उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब की मान सरकार द्वारा अरविंद केजरीवाल के इशारे पर राज्य में आतंक और भय का माहौल पैदा करना सीमावर्ती राज्य और सिख युवाओं के हित में नहीं होगा।
सिख समुदाय की छवि खराब करने की कड़ निंदा
भाजपा नेता ने कहा कि सिख शांतिप्रिय कौम है। पाकिस्तान की ़खुफ़यि एजेंसी आईएसआई की योजना के अनुसार कुछ खालिस्तान समर्थक लोगों द्वारा ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में विरोध प्रदर्शन और लंदन में स्थित भारतीय हाई कमीशन में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज-तिरंगे का अपमान करने एवं अमेरिका के सैन फ़्रांसिस्को स्थित भारतीय दूतावास के बाहर तोड़फोड़ कर सिख समुदाय की छवि खराब करने की कड़ निंदा की जानी चाहिए।