राजोआना की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदले जाने पर बिटटू के विरोध से बौखलाएं यूथ अकाली दल ने रवनीत सिंह बिट्टू का फूंका पुतला - Punjab Kesari
Girl in a jacket

राजोआना की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदले जाने पर बिटटू के विरोध से बौखलाएं यूथ अकाली दल ने रवनीत सिंह बिट्टू का फूंका पुतला

यूथ अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने शिरोमणि अकाली दल के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए कांग्रेस के सांसद

लुधियाना : यूथ अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने शिरोमणि अकाली दल के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू का पुतला जलाया और नारेबाजी की। भाई बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की सजा उम्रकैद के तब्दील करने के बाद रवनीत बिट्टू ने ऐतराज किया और अकाली दाल के लीडरों को स्वार्थी कहा, जिसके खिलाफ यूथ अकाली दाल के जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह गोशा और प्रभजोत सिंह धालीवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में यूथ अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और घंटा घर चौक में उनका पुतला जलाया।
यूथ अकाली दल के जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह गोशा और प्रभजोत सिंह धालीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने भाई बलवंत सिंह राजोआना जो बेअंत सिंह की हत्या कांड में जेल में बंद है, उनकी फांसी की सजा उम्रकैद में तब्दील की है । उसके बाद कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने आपत्ति जताई है और शिरोमणि अकाली दल के नेताओं को आतंकवादी कहा है।
गुरदीप गोशा और प्रभजोत सिंह धालीवाल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल की वजह से पंजाब में शांति बनी हुई है । जसवंत सिंह खालड़ा  जैसे मानव अधिकार कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कार्यकाल में पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ों का पर्दाफाश किया था और अब बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू जसवंत सिंह खालड़ा और शिरोमणि अकाली दल के नेताओं को आतंकवादी कह रहे हैं।
यूथ अकाली दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया और रवनीत सिंह बिट्टू के बयान की निंदा की। उन्होंने मांग की कि रवनीत सिंह बिट्टू को अपनी टिप्पणी पर बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
– सुनीलराय कामरेड

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 + two =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।