लुधियाना-अजनाला : पंजाब के सीमावर्ती जिले अमृतसर स्थित राजासांसी के गांव अदलीवाल के निरंकारी भवन में 18 नवंबर को हुए हैंड ग्रेनेड के मामले में पंजाब पुलिस द्वारा दबोचे गए 26 वर्षीय विक्रमजीत सिंह को आज भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत अदालत में पेश किया गया। इस दौरान अदालत द्वारा विक्रमजीत सिंह को 5 सदिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
अदालत में पेश किए जाने से पहले पंजाब पुलिस ने अदालत परिसर के बाहर सख्त सुरक्षा प्रबंध किए हुए थे। अदालत कोम्पलेक्स में आने वाली समस्त गाडिय़ों यहां तक कि वकीलों के कारों को भी अच्छी तरह से जांच करके अंदर भेजा जा रहा था। अदालत में पेश किए जाने के पश्चात विक्रमजीत सिंह का रिमांड हासिल करके पुलिस ने राजासांसी स्थित स्वास्थ्य केंद्र में उसका मेडीकल करवाया।
इस अवसर पर एसएचओ सुखविंद्र सिंह खैहरा और एसएचओ केपी सिंह समेत कई देहात पुलिस स्टेशनों के मुलाजिम भी सुरक्षा के रूप में तैनात थे। बिक्रमजीत सिंह को सीनियर डिवीजन जज राधिका पुरी की कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत से बिक्रमजीत का 14 दिनों का रिमांड मांगा। पुलिस ने कहा कि यह अति गंभीर मामला है और पूरी साजिश का पता लगाने के लिए बिक्रमजीत से पूछताछ जरूरी है। पुलिस के वकील रंजीत सिंह ने अदालत से कहा कि रिमांड के दौरान आरोपित से हथियार रिकवर करने की कवायद होगी। उसके साथियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी। अदालत ने पुलिस को बिक्रमजीत का पांच दिन का रिमांड दिया।
अमृतसर ग्रेनेड हमला : दूसरे आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जायेगा – पंजाब पुलिस
हमले के वक्त विक्रमजीत सिंह ही बाइक चला रहा था जबकि ग्रेनेड फेंकने वाले उसके 32 वर्षीय साथी अवतार सिंह की तलाश में पंजाब पुलिस स्थान-स्थान पर छापेमारी जारी रखे हुए है। स्मरण रहे कि विक्रमजीत सिंह को लोहारका गांव के पास उस वक्त पुलिस ने दबोचा था, जब वह बाइक से कही जा रहा था। विक्रमजीत सिंह अमृतसर के ही गांव धारीवाल का रहने वाला है। जबकि पाकिस्तान में रहने वाले केएलएफ चीफ हरमीत सिंह पीएचडी दोनों के संपर्क में था। विक्रम के मुताबिक उसका साथी अवतार सिंह जो गांव में ही आयुर्वेदिक क्लीनिक चलाता है और वह पाकिस्तान में हैप्पी के संपर्क में था और उसी ने फोन पर पेड़ के पास दबे ग्रेनेड की लोकेशन भेजी थी।
उल्लेखनीय है कि केएलएफ चीफ हरमीत सिंह हैप्पी उर्फ पीएचडी ने पंजाब के जालंधर और लुधियाना स्थित कुछ धार्मिक संगठनों के नेताओं और पादरी के कत्ल करने की साजिश भी रचाई थी। उधर धारीवाल गांव में विक्रमजीत सिंह की गिरफतारी को लेकर गांववासी सदमे में है। विक्रमजीत सिंह की मां सुखविंद्र कौर के मुताबिक उसका बेटा धार्मिक प्रवृति का इंसान है और वह हर अमावस्या और संग्राध को फ्री बस करके आसपास के दर्जनों गांववासियों केा गुरूद्वारा नानकसर लेकर जाता है । उसके मां के मुताबिक उसके बेटे को फंसाया जा रहा है।
गांववासियों के मुताबिक विक्रमजीत सिंह 12वी कक्षा तक पढ़ा है। जबकि उसका छोटा भाई कनाडा में अपनी मासी के पास रहकर जिंदगी के लिए संघर्षशील है। विक्रम जब 5वी कक्षा में पढ़ता था तब उसके पिता सुखविंद्र सिंह का निधन हो गया था और पिता की मृत्यु के बाद विक्रमजीत सिंह गांव में ही खेतीबाड़ी करता है। हालांकि गांव में विक्रम के घर पर सजायाफता आतंकी जगतार सिंह हवारा और बलवंत सिंह राजोवाना के पोस्टरों समेत संत जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर भी थे। बहरहाल पुलिस विक्रम का रिमांड हासिल करके उसके कम्प्यूटर और मोबाइल के जरिए समस्त सूत्रों को खंगालने का काम कर रही है। सूत्रों के मुताबिक विक्रमजीत सिंह से कई प्रकार की साजिशों के बारे में पता चल सकता है।
– सुनीलराय कामरेड