लुधियाना : लुधियाना नगर निगम चुनाव में नामांकन पत्र वापसी की अंतिम तिथि समाप्त होने के बावजूद चुनाव मैदान में डटे हुए बागी विभिन्न सियासी दलों के लिए जहां सिरदर्दी बनते जा रहे है, वहीं यह बागी उम्मीदवार पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी की जीत की संभावना के रास्ते में भी बडा पत्थर साबित हो रहे है। बागियों को मनाने के लिए जहां कांग्रेस में स्थानीय सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, इलाका एमएलए सहित सीनियर नेता रूठों को मनाने में जुटे हुए है, वहीं अकाली दल के लोकल नेताओं सहित सीनियर नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी बगावत की सुर अलाप रहे नेताओं को शांत करने की कोशिशें की है। लेकिन इसके बावजूद बगावती तेवरों को शांत न करके आजाद रूप से ही पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे हुए नेताओं के खिलाफ पार्टियों अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।
जिसमें सबसे पहले शिरोमणि अकाली दल ने अपने दो पूर्व पार्षदों जिसमें एक कैंडिडेट भी शामिल है, सहित छह नेताओं को अनुशासनी गतिविधियों के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पार्टी के प्रवक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि इन नेताओं में वार्ड नंबर 72 से पार्टी के अधिकृत उममीदवार हरप्रीत सिंह बेदी भी शामिल है। जोकि पूर्व पार्षद होने के चलते उन्हें पार्टी ने वार्ड नंबर 72 से टिकट तो दिया लेकिन इसके बावजूद हरप्रीत सिंह बेदी की धर्मपत्नि वीरां बेदी वार्ड नंंबर 73 से गठबंधन दल भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ आजाद तौर पर चुनाव मैदान में उतरी हुई है। जिसको गंभीरता से लेते हुए पार्टी ने दोनों दंपत्ति को पार्टी की प्राथमिक मैंबरशिप से खारिज कर दिया। अब इस वार्ड से पार्टी ने रविंदर कौशिक हैप्पी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
इसके अलावा पार्टी के नेता गुरदीप सिंह लील जोकि वार्ड नंबर 74 व वार्ड नंबर 41 से आजाद चुनाव लड रही कुलविंदर कौर गोगा के पति सोहन सिंह गोगा पूर्व पार्षद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। इसी तरह वार्ड नंबर 44 से गुरपाल सिंह कोहली को भी आजाद उममीदवार के तौर पर चुनाव लडने के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया है। चीमा ने बताया कि पार्टी के सभी उममीदवारों से रिपोर्ट मांगी गई है तथा जहां भी कोई नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाया, उसके खिलाफ कडी कारवाई की जाएगी।
– सुनीलराय कामरेड
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