लुधियाना : अकालियों द्वारा शुक्रवार केा राज्यभर में सडक़ों पर धरने लगाने को लेकर पुलिस द्वारा इनके नेताओं व वर्करों के विरूद्ध केस दर्ज करने को अकाली दल ने सरकार पर बरसते हुए, इसे सरकार की बौखलाहट करार दिया है।
सीनियर अकाली नेता महेशइंद्र सिंह गरेवाल ने कहा कि ऐसा होना ही था। यह साफतौर पर सरकार की बौखलाहट को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि अकालियों के साथ धक्का हुआ था। तभी कल डी.आई.जी धरने पर बैठे सुखबीर बादल से मिले थे। उन्होंने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोलते हुए कहा कि बीते दिनों सिद्धू द्वारा अमृतसर में धरना देकर वहां 3 एंबुलेंसों को पौने घंटे तक रोके रका था। माननीय हाइकोर्ट को अकालियों के साथ-साथ सिद्धू पर नजर डालनी चाहिए थी। वे माननीय हाइकोर्ट में सिद्धू का मुद्दा उठाएंगे। जबकि इस धरने से लोगों को हुई परेशानी पर, उन्होंने कहा कि कांगे्रसियों द्वारा जमहूरियत का कत्ल किया गया था और इसके विरोध में अकाली सडक़ों पर उतरे थे। जहां शिकायतकर्ता को ही आरोपी बना दिया गया था।
हालांकि पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने धरने के बाद लोगों को हुई माफी के लिए माफी मांगी है। पार्टी की अगली रणनीति पर, उन्होंने कहा कि इस बारे फैसला कल होने वाली कोर कमेटी की बैठक में होगा। गौरतलब है कि गत दिवस अकाली दल द्वारा पंजाबभर में लगाए धरनों के बाद पुलिस ने हरिके पतन में धरना लगाने वाले पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित पूरे राज्य में पुलिस केस दर्ज किए गए हैं।
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– सुनीलराय कामरेड