लुधियाना : अकाली-भाजपा कार्यकाल के वक्त लुधियाना नगर-निगम मेयर के खिलाफ कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिटटू ने जिलाधीश कार्यालय पर तालाबंदी के पश्चात लुधियाना नगर-निगम अकाली मेयर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कार्यालय को हत्थकड़ी के ताले से बंद करते रोष प्रदर्शन किया था तो आज उसी तर्ज पर कांग्रेसी मेयर के खिलाफ अकाली-भाजपा आगुओं ने आरोपों की झड़ी लगाते हुए प्रदर्शन के दौरान तालाबंदी कर दी। इस दौरान भारी फोर्स तैनात हुई थी।
अकाली-भाजपा आगुओं ने पुलिस को चकमा देने के लिए दोपहर 11 बजे तक की समय सीमा तबदील करते हुए सुबह ही कार्यालय पर जाकर तालाबंदी कर दी। हालांकि पुलिस ने भी नेताओं की चाहत पर अपने पुख्ता प्रबंधों के चलते पानी फेर दिया। जबकि अति गर्मी होने के बावजूद अकाली और भाजपाईयों का जोश ठंडा नहीं पड़ा। शहर में विकास कार्य न होने का आरोप लगाकर अकाली भाजपा नेताओं ने बुधवार को निगम मुख्यालय जोन ए में ताले जड़ दिए। आरोप यह भी था कि स्थानीय निकाय विभाग को चलाने में नवजोत सिंह सिद्धू नाकाम रहे हैं।
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शिरोमणि अकाली दल व भाजपा की तरफ से नगर निगम के जोन-ए लुधियाना की तालाबंदी की गई। इससे पहले काफिले के रूप में निगम दफतर की तरफ कूच करते हुआ हाथों में तखती पकड़े हुई थी जिन पर अपने मुद्दे लिखे हुए थे। जिसमें विपक्षी पार्षदों के कामों में दखल अन्दाजी बंद करो,निगम हाऊस की मीटिंग समय सिर करो, शहर निवासियों को साफ पीने वाला पानी मुहैया करवाओ, डेंगू, मलेरिया,टाइफाईड जैसी भयानक बीमारियाँ से बचाने के लिए बंद की फॉगिंग पुन: चालू करो, नगर निगम मुलाजिमों को समय पर वेतन दो, टूटीं सडक़ों की रिपेयर करो, इस के साथ ही चाबी वाला मेयर नहीं चलेगा जैसे अहम मुद्दे लिखे हुए थे। यह जबरदस्त धरना-प्रदर्शन भाजपा के जिला प्रधान रवीन्द्र अरोड़ा व अकाली दल के जिला प्रधान रणजीत सिंह ढिल्लों के नेतृत्व तले किया गया।
इस मौके रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि आप लुधियाना की मौजूदा स्थिति बारे भली भांति अवगत हो।नगर निगम लुधियाना की आज जैसी बुरी स्थिति कभी नहीं हुई। कर्मियों को तीन -तीन महीने वेतन लेट दिया जा रहा है। नगर निगम के स्टोरों में एक भी थैला सीमेंट का नहीं है।जिस के साथ अपने विकास करवाए जाएँ। इसके साथ ही बरसात से पहले शहर के सीवरेज की सफाई नहीं करवाई गई। इस करके लोगों के घरों और फैक्टरियाँ, दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। शहर की सडक़ें और गलियों में पानी के साथ बुरा हाल हो जाता है। शहर की लाईटें 40 फीसद तक बंद पड़ी हैं और नगर निगम के मेयर के पास से अपने तौर पर फैसला करन के अधिकार नहीं हैं। कुल मिला कर शहर के हलात बद से भी बदतर बने हुए हैं। इस लिए नगर निगम के में कई भी काम नहीं हो रहा सभी काम ठप्प पड़े हैं। जिस के साथ लुधियाना शहर के लिए कोई भी फंड नहीं दिया जा रहा है। कैप्टन सरकार भूरी तरह के साथ फेल हो चुकी है।
पंजाब की सोई और बोली कांग्रेस सरकार को जगाने के लिए यह तालाबन्दी करनी जरूरी थी। लोगों की समस्याओं को गंभीरता के साथ न लेते हुए सरकार को जगाने के लिए तालाबन्दी का प्रोग्राम बनाया गया था। इस धरने प्रदर्शन दौरान यूथ अकाली दल के पदाधिकारियों की पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी हुई। इस मौके पर जिला भाजा प्रधान रविंदर अरोड़ा ने कहा है कि पंजाब की कैप्टन सरकार ने लुधियाना नगर निगम का बजट 400 करोड़ रुपए से बढ़ाने की बजाय घटा कर रख दिया है। इस के साथ ही नगर निगम के मेयर बलकार सिंह संधू और कमिशनर जसकरन सिंह लुधियाना नगर निगम के लिए फंड लाने के में नाकाम रहे हैं।