लुधियाना–फिरोजपुर : पंजाब में सियासी पार्टियों के लिए छोटी सरकार के रूप में नगर निगम और पंचायतों की तैयारियों के दौरान प्रतिष्ठा का सवाल बन चुके चुनावों ने आज हिंसक रूप धारण उस वक्त कर लिया जब सीमावर्ती जिले फिरोजपुर के नजदीक गांव मल्लावालां में माहौल तनावपूर्ण हो गया। यह घटना उस वक्त घटित हुई जब सफेद खददर धारी कांग्रेस और नीली-पीली पगंडीधारी अकालीयों के बीच आपस में भिडंत हो गई। इस भिडंत में जहां ईंटे, पत्थर, लाठियों समेत अनगिनित गोलियां चलने की सूचना है। वही इस मामले में कई लोगों के जख्मी होने का समाचार भी है।
हालांकि इस हमले की पुष्टि कोई नहीं कर रहा और दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर हमला करने के आरोप लगाए जा रहे है। विधायक कुलबीर सिंह जीरा की शह पर कांग्रेसियों द्वारा किए गए हमले के आरोप लगाते हुए जिला प्रधान अकाली दल ने कहा कि उपस्थिति में एक डीएसपी और 6 पुलिस स्टेशनों के मुलाजिमों के सामने उनपर हमला करने के साथ-साथ जमकर हवाई फायर किए गए। उधर अकालियों पर माहौल को खराब करने के आरोप लगाते हुए मौजूदा विधायक कुलबीर सिंह जीरा और अन्य आगुओं ने कहा कि उनपर नीली-पीली पगड़ीधारी अकालियों ने एक सोची-समझी साजिश अधीन हमला किया है। फायरिंग की पुष्टि करते हुए कांग्रेसी विधायक ने स्पष्ट किया कि अकालियों द्वारा हमला किया गया था। फिलहाल फिरोजपुर के कस्बे मल्लांवाला स्थित घटना का निरीक्षण करने के लिए उच्च पुलिस अधिकारी पहुंचे है और इस मामले के बारे में कुछ भी बोलने से टालमटोल करते नजर आएं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों सियासी पार्टियों में फायरिंग हुई है और मामले की तह तक जाने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
उधर कांग्रेस की धक्केशाही से बौखला उठे अकालियों ने चुनाव रदद करवाने के लिए चुनाव कमीशन के पास फरियाद की है। अकाली दल ने चुनाव कमीशन के प्रमुख से बाघापुराना , मल्लावाल और मक्कू के घनौर के चुनाव रदद करवा कर नए सिरे से हाई सुरक्षा प्रबंधों के अधीन चुनाव करवाने की मांग की है। अकाली दल ने एक पत्र के जरिए चुनाव कमीशन को लिखा है कि जब से पंजाब में म्यूसिपियल कमेटियों के चुनावों का ऐलान किया गया है उसी दिन से सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के दबाव के नीचे सिविल और पुलिस प्रशासन द्वारा पंजाब के अलग-अलग जिलों में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं पर झूठे मामले दर्ज करके उन्हें चुनाव लडऩे से रोकने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे है।
आज की ताजा घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा कि मल्लावाल स्थित मक्कू नगर पंचायत के चुनावों को हथियाने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने स्थानसीय विधायक कुलबीर सिंह जीरा की शह पर नामांकन पत्र दाखिल ना करने देने और नो डियूज़ देने के कारण ओबसरवर को मिलने जा रहे अकाली-भाजपा नेताओं के ऊपर हमला किया है। इसी प्रकार पंचायत धनौर में भी अकाली दल के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा फाड़ दिए गए। जबकि शिरोमणि अकाली दल की पूर्व विधायिका बीबी हरप्रीत कौर के साथ बदसलूकी की गई। इसी प्रकार बाघा पुराना नगर कौंसल में जब अकाली दल के उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो उनके 14 उम्मीदवारों की नामाकंन पत्र कांग्रसियों ने फाडक़र जानलेवा हमला किया। अकाली दल के प्रवक्ता ने कहा कि नगर निगम खेमकरण में भी कांग्रेसियों की शह पर पुलिस ने अकाली दल के 13 उम्मीदवारों के घरों में सुबह 4 बजे बिना किसी कारण छापेमारी की। उन्होंने कहा कि चुनाव कमीशन धक्केशाही को रोकने के लिए बाघापुराना, मल्लावाल और मक्कू के घनौर के चुनाव प्रक्रिया रदद करके नए सिरे से चुनाव करवाएं। लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
– सुनीलराय कामरेड