लुधियाना- गुरदासपुर : गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान चर्चित जबर-जनाह के मामले में फंसे पूर्व अकाली मंत्री और एसजीपीसी सदस्य सुच्चा सिंह लंगाह के लिए बुधवार का दिन खुशियों भरा दिखाई दिया। बुधवार को गुरदासपुर स्थित मानयोग एडीशनल और सेशन जज प्रेम कुमार की अदालत में लंगाह के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करवाने वाली पीडि़त महिला ने अपने पूर्व दिए गए बयानों से पलटते हुए अदालत को स्पष्ट किया है कि वीडियो में वह नहीं और ना ही उसने लंगाह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
महिला का यह भी कहना था कि लंगाह के खिलाफ दर्ज एफआईआर के ऊपर उसने कभी भी अपने हस्ताक्षर नहीं किए। कुल मिलाकर इस मामले में सुच्चा सिंह लंगाह को बड़ी राहत मिलती दिखाई दे रही है।
इससे पहे भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत सुच्चा सिंह लंगाह को अदालत में पेश किया गया और अदालत ने अगली पेशी 12 मार्च को र्निधारित की है। जबकि इस दौरान 38 गवाहों के बयान दर्ज करवाएं जा चुके है। तब इस विधवा औरत ने गुरदासपुर के सिटी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया था। शिकायत में यह भी कहा था कि लंगाह ने 2009 से अब तक उसको नौकरी के बदले कई बार बलात्कार किया। इस दौरान लंगाह का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था।
कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक उक्त महिला ने अदालत को एफीडेवेट देकर स्पष्ट किया है कि वह कोई भी कार्यवाही नहीं करना चाहती और शिकायतकर्ता के मुकर जाने के पश्चात लंगाह जल्द ही जेल से बाहर आ जाएंगे। उधर सुच्चा सिंह लंगाह ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वह बहुत ज्यादा बीमार हे। इसके बावजूद उनका इलाज नहीं करवाया जा रहा। स्मरण रहे कि वीडियो वायरल होने और कानूनी कार्यवाही के पश्चात श्री अकाल तख्त साहिब ने सुच्चा सिंह लंगाह के खिलाफ कार्यवाही करते हुए पंथ से बेदखल कर दिया था।
– सुनीलराय कामरेड
देश की हर छोटी-बड़ी खबर जानने के लिए पढ़े पंजाब केसरी अख़बार।