लुधियाना-फरीदकोट : 3 साल पहले श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की हुई बेअदबी पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने दोषियों को गिरफतार करने के लिए श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर बेअदबी करने वाले दोषियों को जल्द से सजा देने की शपथ खाई थी परंतु सरकार द्वारा ऐसे अनेकों किए गए वायदे पूरे नहीं हुए। उपरोक्त शब्दों को गुस्से में इजहार करते हुए बरगाड़ी की दानामंडी में रोष समागम के दौरान 3 प्रस्तावों की हजारों की संगत में बैठे प्रदर्शनकारियों से परवानगी लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारिणी जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड ने बेअदबी कांड के दोषियों की गिरफतारी, पीडि़तों को इंसाफ दिलाने के लिए संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पक्के तौर पर अनिश्चितकाल के लिए बरगाड़ी में धरना लगाने का ऐलान किया गया।
इस अवसर पर पंथक जत्थेदार और आम आदमी पार्टी के सांसद सदस्य साधु सिंह ने मौजूदा कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सत्ता हासिल करने के लिए कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने संगत को गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि उक्त सरकार को करीब डेढ़ साल से सत्ता में हाएं हो चुका है, परंतु अभी तक कोई भी दोषी के विरूद्ध कार्यवाही नही हुई।
तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने भी संगत के सम्मुख तीनों प्रस्ताव पेश किए। पहले प्रस्ताव में बुर्ज जवाहर सिंह वाला से पावन स्वरूप चोरी करने वालों की गिरफतारी की मांग, दूसरे प्रस्ताव में बरगाड़ी बेअदबी कांड के खिलाफ कोटकपूरा और बहिबल में शांतमयी धरने पर बैठी संगत के ऊपर भारी तश्दद के दोषी करार देते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर कार्यवाही करने की कैप्टन अमरेंद्र सिंह से मांग की। इन्हीं प्रस्तावों में सिख नौजवानों को शहीद करके अनेक निर्दोष सिखों को जख्मी करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवही की मांग की गई।
तीसरे प्रस्ताव में सजाएं पूरी कर चुके अलग-अलग जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई की मांग करते हुए भाई दादूवाल ने कहा कि भाई गुरबख्श सिंह खालसा शहीदी प्राप्त कर चुके है जबकि बापू सूरत सिंह खालसा लुधियाना में संघर्ष कर रहे है। इस दौरान भाई ध्यान सिंह मंड ने बताया कि गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में एक जून 2015 को श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की चोरी के उपरांत 12 अकतूबर 2015 को ही गुरू ग्रंथ साहिब जी के अंगों की बेअदबी के उपरांत 14 अक्तूबर को दोषियों की गिरफतारी करने के लिए रोष प्रदर्शन करने वाले पुलिस अधिकारियों और बादल परिवार ने अत्याचारों की कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
उन्होंने कहा कि समस्त संगत 6 जून को अकाल तख्त पर जाकर समस्त शहीद सिंह-सिंहनियों को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी गिनती में चलेंगी। इस अवसर पर सिमरनजीत सिंह मान, गुरदीप सिंह बठिण्डा, सुखपाल सिंह खैहरा, सिमरनजीत सिंह बेंस, लखा सिंगाना, जसपाल सिंह हेरा समेत अनगिनित सिख पंथक नेता मौजूद थे।
– सुनीलराय कामरेड
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