कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से बी एस येदियुरप्पा के इस्तीफे से आहत हो कर उनके एक समर्थक के कथित तौर पर आत्महत्या करली जिसपर येदियुरप्पा ने ‘‘शोक’’ जताया और कहा कि राजनीति में उतार और चढ़ाव आना आम बात है। उन्होंने अपने समर्थकों से इस तरह का कोई कदम नहीं उठाने की अपील की। पुलिस ने कहा कि मजदूर ने सोमवार देर रात आत्महत्या कर ली।
गुंडलुपेट पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान राज्य की राजधानी बेंगलुरु से 195 किलोमीटर दूर स्थित चामराजनगर जिले के बोम्मलपुर गांव के निवासी रवि उर्फ रचप्पा के रूप में हुई है। गांव, जिसमें 1,000 से कम घर हैं, राज्य के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है, जहां साक्षरता दर सिर्फ 21 फीसदी है, जबकि राज्य का औसत लगभग 75.6 फीसदी है। पुलिस ने बताया कि रवि दिहाड़ी मजदूरी करता था और वीकेंड में गांव में स्थित एक छोटी सी चाय की दुकान में मदद का काम करता था।
प्रथम दृष्टया जांच के अनुसार, पुलिस ने दावा किया कि रवि निवर्तमान मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का बहुत बड़ा प्रशंसक था।परिवार के सदस्य दावा कर रहे हैं कि वह येदियुरप्पा के कट्टर प्रशंसक थे, जबकि गांव के अन्य निवासियों का दावा है कि हालांकि वह येदियुरप्पा के सबसे बड़े प्रशंसक थे, लेकिन उन्होंने कुछ कर्ज लिया था। पुलिस ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि उसने इतना बड़ा कदम किस दबाव में उठाया, क्योंकि वह साक्षर नहीं था और सुसाइड नोट अभी तक नहीं मिला है, इसलिए इस मामले में अटकलें लगाई जा रहीं हैं।
पुलिस ने कहा कि येदियुरप्पा द्वारा इस्तीफे की घोषणा के तुरंत बाद मृतक परेशान था। पुलिस ने कहा, कि येदियुरप्पा की घोषणा के बाद, वह बहुत आहत हुआ और उसने खुद को पूरे दिन पास के एक कमरे में बंद कर लिया। शायद, उसने आधी रात के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली होगी। खबरों के मुताबिक चामराजनगर जिले के गुंडलूपेट तालुका के बोम्मालपुरा का रहने वाला 30 साल का राजप्पा (रवि) मुख्यमंत्री पद से येदियुरप्पा के इस्तीफा देने से सदमें में था और उसने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
येदियुरप्पा ने ट्वीट किया, ‘‘…इस खबर से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। राजनीति में उतार, चढ़ाव आते हैं, इस तरह से जीवन समाप्त करना स्वीकार्य नहीं है। इसकी वजह से परिवार को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता।’’उन्होंने कहा, ‘‘ मैं हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूं कि जो सम्मान को इस चरम पर नहीं पहुंचाना चाहिए। मैं दुख की इस घड़ी में रवि के परिवार के साथ हूं।’’