झारखंड में लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती बुलबुल जंगल में महुआ चुनने के दौरान माओवादियों द्वारा बिछायी आईईडी की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि महिला शकुंती देवी पलामू जिले के पांकी की रहने वाली थी।
माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि महिला के शव को ग्रामीणों ने जंगल से निकाल कर उसके मायके में पहुंचाया जिसके बाद ही पुलिस को मामले की जानकारी हुई। लोहरदगा में आईईडी विस्फोट के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।पुलिस मृतक महिला के बारे में विस्तार से जानकारी एकत्र कर रही है। पुलिस ने इस बात की अवश्य पुष्टि की कि महिला जिस आईईडी की चपेट में आयी उसे नक्सलियों ने जंगल में लगाया था।
महुआ चुनने के लिए जंगल गई थी महिला
पुलिस ने बताया कि सुदूरवर्ती बुलबुल जंगल में शुक्रवार को महिला शकुंती देवी अन्य महिलाओं के साथ महुआ चुनने के लिए गई थी जहां वह आईईडी की चपेट में आ गई और उसमें विस्फोट से महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
महिला पलामू जिले के पांकी की रहने वाली थी और लातेहार जिला के छिपादोहर थाना अंतर्गत गणेशपुर गांव में महिला का मायका है।