मध्य प्रदेश में एक तरफ शिवराज सिंह चौहान जनता के लिए नई नई योजना लेकर आ रहे है। शिवराज सिंह चुनाव के लिए पहले से ही तैयारी कर रहे है। लेकिन इन सबके बीच सीएम के सामने नई समस्या आ गई है। दरअसल मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर खुब हंगामा हो रहा है।
पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी होने पर हंगामा
बीते दिनों पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ इसके बाद से ही हंगामा शुरु हो चुका है। परीक्षा का रिजल्ट आने से छात्रों की उम्मीद पर पानी फिर चुका है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित की गई भर्ती परीक्षा के आधार पर की जाने वाली भर्तीयों को रोक दिया है।
इन पदो पर होने थी भर्तियां
यह भर्तियां समूह- दो, उप समूह-चार और पटवारियों के लिए की जानी थी। लेकिन परीक्षा के एक सेंटर पर नकल होने से भर्तीयों को रोक दिया गया है। पटवारी परीक्षा के परिणाम को लेकर विपक्ष भी सीएम पर हमला कर रहा है।
युवाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
इस परीक्षा में अनियमितताओं के खिलाफ भोपाल और इंदौर सहित राज्य के कई हिस्सों में बेरोजगार युवाओं ने भी विरोध प्रदर्शन भी किया। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने मार्च-अप्रैल 2023 में समूह-दो, समूह-चार के लिए एवं पटवारी पद के लिये कुल 8,617 भर्तियां की जानी हैं। पटवारी भर्ती परीक्षा अप्रैल में आयोजित की गई थी। जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि जिन सेंटर में परीक्षा आयोजित की गई थी।
एक ही सेंटर में सबसे ज्यादा बच्चे कैसे पास हुए
इसमें से एक सेंटर में जिन बच्चों ने परीक्षा दी थी उसी सेंटर से सबसे ज्यादा बच्चों ने परीक्षा में टाप किया है। इसके साथ आरोप है कि उस सेंटर के बच्चों का रिजल्ट भी सार्वजनिक नहीं किया गया। इससो साफ है कि परीक्षा में नकल हुई थी। जब इस मामले की जानकारी सीएम को मिली तो उन्होंने एक्शन लिया और भर्तीयों को रोकने का आदेश दे दिया ।
एक सेंटर मे से सबसे ज्यादा स्कोरर
आपको बात दें परीक्षा के नतीजे जब सामने आए तो टॉप 10 स्कोररों में से सात छात्रों ने एक सेंटर पर अपना एग्जाम दिया था। इस सेंटर से कुल 144 परीक्षार्थियों का का चयन हुआ। इसके बाद से ही मामला बढता जा रहा है । सब हैरान की आखिर इसी एक सेंटर से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा कैसे पास की
प्रियंका गांधी ने साधा निशाना
इस मामले को लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विट कर इस मामले पर कहा कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार के शासन में एक बार फिर भर्ती में घोटाले की खबरें आ रही हैं। नौकरियों के लिए पदों की लाखों रुपए में बोली लगाए जाने की खबरें हैं और सरकार जांच कराने से क्यों कतरा रही है? भर्ती घोटालों से जुड़े होने के आरोप में बीजेपी नेताओं का नाम ही क्यों सामने आता है ? इस तरहे के आरोप उनकी ओर से लगाए जा रहे है।
शिवराज सिंह ने भर्ती पर लगाई रोक
इस पूरे मामले को लेकर सीएम शिवराज ने ट्वीट भी किया। सीएम चौहान ने ट्वीट किया। कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह-दो उप समूह-चार एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा रिजल्ट में एक केंद्र के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। केंद्र के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा।