शुभेंदु अधिकारी ने राम नवमी और सर्वेक्षण को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार गैर-संवैधानिक तरीके से केवल मुस्लिम समुदाय पर केंद्रित सर्वे कर रही है। राम नवमी आयोजनों पर प्रशासन की सख्ती पर उन्होंने कहा कि पुलिस जहां भी रोकेगी, वहीं राम नवमी मनाई जाएगी और हर जगह भगवान राम की पूजा की जाएगी।
राम नवमी को लेकर पश्चिम बंगाल में सियासत गरमाई हुई है। राम नवमी और राज्य में हो रहे सर्वेक्षण पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सर्वेक्षण को गैर-संवैधानिक बताते हुए कहा कि राज्य सरकार केवल मुस्लिम समुदाय पर केंद्रित सर्वे कर रही है, जो न्यायोचित नहीं है। वहीं राम नवमी के आयोजनों को लेकर प्रशासन की सख्ती पर भी उन्होंने राज्य सरकार को घेरा है।
‘जहां पुलिस रोकेगी, वहीं..’
शुभेंदु अधिकारी ने रामनवमी के आयोजनों को लेकर प्रशासन की सख्ती के लिए राज्य सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जुलूस निकालने के लिए किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं है। “जहां भी पुलिस रोकेगी, वहां रामनवमी मनाई जाएगी। घर, सड़क, नदी किनारे, पहाड़ पर हर जगह भगवान राम की पूजा की जाएगी। हम हिंदी समाज के साथ झंडे लेकर और ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए निकलेंगे। जो हिंदुओं के हित में काम करेगा, वही बंगाल पर राज करेगा।”
सर्वेक्षण पर क्या बोले अधिकारी
शुभेंदु अधिकारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कई समुदायों को अवैध रूप से ओबीसी सूची में शामिल किया गया था, जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक नहीं लगाई, बल्कि तीन महीने के भीतर फिर से सर्वेक्षण करने का आदेश दिया, लेकिन राज्य सरकार सभी समुदायों का सर्वेक्षण करने के बजाय केवल मुस्लिम समुदाय पर ध्यान केंद्रित कर रही है। बंगाल भाजपा का ओबीसी मोर्चा इसके खिलाफ आवाज उठाएगा और रामनवमी के बाद सड़कों पर उतरेगा। साथ ही अगले सोमवार या मंगलवार को हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया जाएगा।”
सुवेंदु अधिकारी को पुलिस ने रोका
इससे पहले सोमवार को सुवेंदु अधिकारी हावड़ा के बेलगाछिया इलाके में भूस्खलन प्रभावित लोगों से मिलने गए थे। इस दौरान पुलिस ने सुवेंदु अधिकारी को रास्ते में रोकने की कोशिश की, जहां दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और झड़प में भाजपा नेता का बाए हाथ में चोट लग गई। सुवेंदु अधिकारी ने अधिकारियों पर उनके साथ मारपीट करने और उन्हें घायल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “मैं प्रभावित परिवारों से मिलने गया था, लेकिन पुलिस ने मेरा रास्ता रोकने की कोशिश की और मेरे साथ झड़प की।”
‘दिल्ली में कमल खिला अब बंगाल की बारी’, लोकसभा में बोले गृह मंत्री अमित शाह