पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान हिंसा हुई और हिंसा प्रभावित इलाको का राज्यपाल ने दौरा किया जिसके बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद द्वारा ‘शांति कक्ष स्थापित किया गया। जिससे शिकायतों को सुन तुरंत करवाई की जा सके। लेकिन अब तो इस कक्ष में ही हत्या और डराने धमकाने की शिकायते मिली है।
राजभवन में एक शांति कक्ष या सहायता कक्ष खोला
आनंद बोस ने कहा, “हमें हिंसा, हत्या, डराने-धमकाने की कई शिकायतें मिली थीं। हम इसे सुलझा लेंगे और त्वरित और तेज कार्रवाई के लिए इसे उपयुक्त अधिकारियों के पास ले जाएंगे।” चुनाव पूर्व बंगाल में आपराधिक धमकी पर नागरिकों से प्राप्त कई अभ्यावेदन के मद्देनजर जनता की शिकायतों का जवाब देने के लिए यहां राजभवन में एक शांति कक्ष या सहायता कक्ष खोला गया है।
राज्य चुनाव आयुक्त को मुद्दों का उल्लेख करे
शनिवार को जारी प्रेस नोट के अनुसार, पीस रूम उचित कार्रवाई के लिए राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयुक्त को मुद्दों का उल्लेख करेगा। यह कदम पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस के पंचायत चुनावों से पहले राज्य में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के क्रम में उठाया गया है।
सांसद शांतनु सेन ने बंगाल में ‘शांति कक्ष’ की निंदा की
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद शांतनु सेन ने बंगाल में ‘शांति कक्ष’ खोलने के बोस के फैसले की निंदा की है और कहा है कि चुनाव की घोषणा के बाद, कानून और व्यवस्था की स्थिति चुनाव आयोग के अधीन आती है, और इसमें राज्यपाल के अधिकार पर सवाल उठाया। “शांति कक्ष” खोलना।