पश्चिम बंगाल की राजनीति में इन दिनों काले बादल छाए हुए हैं। क्योंकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार में रहे मंत्री पार्थ चटर्जी इन दिनों काफी चर्चाओं में हैं। पार्थ चटर्जी में मंगलवार को दिन अस्पताल में जांच कराने ले जाने पर आक्सिमक एक महिला ने उन पर चप्पल फेंक दी। जिससे की संदेहशील वातावरण उत्तपन्न हो गया ।
ईडी की छापेमारी पर……. बवाल
पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती घोटाले के केंद्र में रहे राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने रविवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के दौरान बरामद रुपये उनके नहीं हैं, और समय बताएगा कि उनके खिलाफ ‘‘साजिश’’ में कौन लोग शामिल हैं।
करोड़ों रूपये की संपत्ति को लेकर बोले पार्थ
मामले में गिरफ्तार किये गए चटर्जी को चिकित्सीय जांच के लिए जोका स्थित ईएसआई अस्पताल ले जाया गया। वहां वाहन से उनके उतरने के बाद जब पत्रकारों ने घोटाले के संबंध में उनसे सवाल किया तो चटर्जी ने कहा, ‘‘रुपये (बरामद की गई रकम) मेरे नहीं हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या किसी ने उनके खिलाफ साजिश की है, उन्होंने कहा, ‘‘समय आने पर आपको पता चल जाएगा।’’ बाद में अस्पताल से बाहर निकलने पर चटर्जी ने एक बार फिर से कहा कि रुपये उनके नहीं हैं और वह ‘‘इस तरह के लेनदेन में कभी शामिल नहीं रहे हैं। ’’