बनर्जी ने अपने पास बैठे विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय से पूछा कि क्या उन्होंने विपक्षी विधायकों को निमंत्रण दिया था।
बंद्योपाध्याय ने हां में जवाब दिया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि आमंत्रण में नामों का उल्लेख नहीं किया गया था। इस पर बनर्जी ने पूछा, “क्या नामों का जिक्र इतना महत्वपूर्ण है?”
उन्होंने कहा, “सदन में अध्यक्ष महत्वपूर्ण होता है। यदि अध्यक्ष पत्र भेजता है, तो यह काफी होता है। वैसे भी, इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है, यह उनके ऊपर है।”
उद्घाटन समारोह मे भाजपा कोई भी विधायक उपस्थित नहीं
समारोह में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कोई भी विधायक उपस्थित नहीं था। इसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के मुख्य सचेतक निर्मल घोष और सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय और विधायक शामिल थे।
इससे पहले दिन में, बनर्जी ने विधानसभा में अपने कार्यालय में अधिकारी से “शिष्टाचार मुलाकात” की। अधिकारी ने शिकायत की थी कि विधानसभा में ‘संविधान दिवस’ कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में उनका नाम शामिल नहीं किया गया था। इसके कुछ ही देर बनर्जी और अधिकारी की यह मुलाकात हुई थी। भाजपा नेता ने यह भी कहा था कि वह कार्यक्रम का ‘बहिष्कार’ करेंगे।