उत्तराखंड में लगातार जोशीमठ से डरा देने वाली खबर सामने आ रही है। जोशीमठ में जमीन धसना एक बड़ी मुसबित बन सकता है। कहा जा रहा है कि करीब 500 से ज्यादा घरों में दरार पड़ गई है जिसकी वजह से लोगों में डर स्थिति पैदा हो गई है। दुनियाभर के पर्यावरणविद परेशान है कि आखिर जमीन धसने का कारण क्या है ? उत्तराखंड के जोशीमठ में धरती जगह-जगह धंस रही है। सैकड़ों घरों में दरारें आ गई है।
तबाही के मंजर की तरफ बढ़ रहा जोशीमठ
हालात ऐसे बनते जा रहे हैं कि घर के घर कभी भी भरभराकर गिर सकते हैं। जोशीमठ के लोग बुरी तरह सहमे हुए हैं. इस घटना पर देश ही नहीं दुनियाभर के कई देशों के पर्यावरणविदों की नजर है। जोशीमठ में ही NTP पावर प्रोजेक्ट के टनल में निर्माणकार्य चल रहा है। इसी के साथ बता दें NTPC ने तपोवन में ब्लास्टिंग न कर TVM मशीन का उपयोग किया गया है जिससे कि ब्लास्टिंग से होने वाला नुकसान जोशीमठ को प्रभावित न करें। हैरान करने वाली बात ये है कि काम तब तक ठीक तरह से चलता रहा जब तक TVM मशीन सुरंग बनाती रही लेकिन 2009 में सुरंग का 11 किमी. काम हो जाने के बाद TVM खुद जमीन में धंस गई और फिर इसके बाद इस मशीन से 6 मार्च 2011 में फिर से काम शुरू हुआ। बता दें इस मशीन से काम बंद या चालू होता रहता है परन्तु अभी तक ये साफ़ नहीं हो पाया है कि आखिर जमीं धसने का मुख्य कारण क्या है।