उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी ने नियमों का एक सेट बनाने के लिए लोगों का एक समूह बनाया है जिसका राज्य में सभी को पालन करना चाहिए। वे विभिन्न लोगों और समूहों से उनकी राय और विचार जानने के लिए बात कर रहे हैं। उत्तराखंड के नेता ने कहा कि हमारी एक योजना लगभग ख़त्म हो चुकी है। उन्हें शुक्रवार को सरकार को प्लान देना था, लेकिन अब यह जुलाई में होगा। नेता का मानना है कि इस योजना के मामले में उत्तराखंड पूरे देश के लिए एक अच्छा उदाहरण होगा। उत्तराखंड सरकार यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ले रही है कि योजना को अमल में लाया जाए।
मान्यताओं का उपयोग करने का मौका देता है
सीएम ने कहा कि हमारे संविधान में अनुच्छेद 44 कहता है कि कानून के तहत सभी के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिए। उत्तराखंड के लोगों ने इस विचार का समर्थन किया है और यह हमारे राज्य के लिए बहुत खास बात है। यह हमें उन विचारों और मान्यताओं का उपयोग करने का मौका देता है जिनके आधार पर हमारा संविधान बनाया गया था। मुख्यमंत्री ने कांवर यात्रा और कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान कहा कि उन्होंने कांवर यात्रा की तैयारी पूरी कर ली है और देश भर से आने वाले लोगों का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रभारी विभागों के साथ बैठकें कीं
वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि तीर्थयात्रा पर जाने वाले सभी लोग अच्छा समय बिताएं और एक विशेष कंटेनर जिसे कांवर कहा जाता है, के साथ वापस आएं। वे गंगा का पवित्र जल भी विभिन्न स्थानों पर भेज रहे हैं। सब कुछ ठीक ठाक रहे इसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रभारी विभागों के साथ बैठकें कीं। हमारा राज्य भगवान शिव को मानने वाले लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार है, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी धार्मिक यात्रा सुचारू रूप से चले। हम नितिन गडकरी को भी धन्यवाद देना चाहते हैं।